- कोइलवर और बिहटा के बीच चलती ट्रेन में फायरिंग कर लूटे तीन लाख रुपए

- मवेशी कारोबारी का स्टाफ और उसका साथी घायल

- बिकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस की जेनरल कोच में सुबह में हुई वारदात

PATNA CITY : जिस ट्रेनों में सिक्योरिटी न हो, उसमें दिन में भी ट्रैवल करना काफी रिस्की है। पैसेंजर्स की जान भी जा सकती है। इसका ताजा उदाहरण गुरुवार की सुबह देखने को मिला। चलती ट्रेन में फायरिंग कर तीन लाख रुपए लूट ली गई। गोली लगने से मवेशी करोबारी के स्टाफ मो। अयूब और उसका साथी मो। बुद्धन घायल हो गए। वारदात ख्भ्म्फ्क् डाउन बिकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में गुरुवार की सुबह 7 से 8 बजे के बीच हुई। ट्रेन कोईलवर पुल से पास कर रही थी।

जनरल कोच में की फायरिंग

मो। अयूब और मो। बुद्धन जनरल कोच में थे। कोच इंजन से तीसरे नंबर पर था। हथियारबंद अपराधी मो। अयूब से रुपए लूटने की कोशिश की। विरोध करने पर अपराधियों ने फायरिंग कर दी। गोली अयूब की जांघ में लगते हुए बगल में खड़े मो। बुद्धन के हाथ में जा लगी। रुपए बुद्धन के पास थी।

सात-आठ की संख्या में थे अपराधी

जनरल कोच में पैसेंजर्स की काफी भीड़ थी। जबकि 7-8 की संख्या में अपराधी हथियारों से लैश थे। जिसके बल पर लूट और जानलेवा हमले की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद सभी अपराधी ट्रेन स्लो होते ही नेउरा और दानापुर स्टेशन के बीच उतर कर फरार हो गए।

शक होने पर बदली थी ट्रेन

मो अयूब और मो। बुद्धन नालंदा डिस्ट्रिक्ट के नूरसराय एरिया के रहने वाले हैं। नालंदा के ही मवेशी कारोबारी के लिए काम करते हैं। ये अक्सर मवेशियों को लेकर कानपुर पहुंचाते हैं। ज्यादातर कैश मनी कारोबारी के बैंक एकाउंट में ही जमा कर देते थे। लेकिन इस बार तीन लाख रुपए कैश लेकर आ रहे थे। कानपुर से दोनों क्भ्ब्8ब् डाउन महानंदा एक्सप्रेस में बख्तियारपुर के लिए सवार हुए थे। लेकिन अपराधी पीछे लगे होने की शक दोनों को हो चुकी थी। मुगलसराय पहुंचते ही दोनों बिकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में सवार हो गए थे।

पीएमसीएच पहुंचे रेल एसपी

सुबह-सुबह हुए वारदात ने रेलवे की सिक्योरिटी सिस्टम पर सवाल खड़ा दिया। खबर फैलते ही जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया। ट्रेन पटना जंक्शन पहुंचते ही आरपीएफ व जीआरपी की टीम दोनों घायलों को उतारा और इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा। रेल एसपी पीके मिश्र, दानापुर के रेल डीएसपी अमृतेन्दुशेखर ठाकुर और पटना जंक्शन रेल थाने के एसएचओ प्रमोद कुमार पहुंचे। रेल पुलिस ने दोनों घायलों से पूछताछ की और फर्द बयान लिया।

पैसेंजर्स ने लूट से किया इनकार

ट्रेन जब बख्तियारपुर पहुंची तो वहां के रेल थाने की टीम ने जनरल कोच के पैसेंजर्स से लंबी पूछताछ की। रेल एसपी के अनुसार पैसेंजर ने लूट की वारदात से साफ इनकार किया। रेल पुलिस घायलों के बयान की जांच करने में जुटी है।

बनाई गई दो टीमें

घायलों के बयान के आधार पर दानापुर रेल थाने में लूट की एफआईआर रेल पुलिस ने दर्ज की है। रेल एसपी दो अलग-अलग टीमें बनाई हैं। एक टीम में पटना जंक्शन और बख्तियारपुर रेल थाने के एसएचओ होंगे। इन्हें कोच में सवार पैसेंजर्स व मवेशी कारोबारी से पूछताछ का जिम्मा सौंपा गया है। जबकि सेकेंड टीम में दानापुर, बिहटा और आरा रेल थाने के एसएचओ होंगे। इन्हें वारदात की सच्चाई की जांच, अपराधी की पहचान और अरेस्टिंग का जिम्मा दिया गया है। दोनों टीम को दानापुर के रेल डीएसपी लीड करेंगे। जांच इस प्वाइंट पर भी होगी कि अपराधी इलाहाबाद के आसपास महानंदा एक्सप्रेस में तो वारदात को अंजाम नहीं दिया।

ट्रेन में नहीं थी एस्कॉर्ट टीम

बिकानेर-गुवहाटी एक्सप्रेस में जीआरपी या आरपीएफ की एस्कॉर्ट टीम नहीं थी। अपराधी आसानी से वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। रेल पुलिस के अनुसार ट्रेन में कानपुर से जीआरपी की एस्कॉर्ट टीम सवार होती है, जो मुगलसराय तक आती है। इसके बाद ट्रेन बिना एस्कॉर्ट की हो जाती है। मुगलसराय से खुलने के बाद ट्रेन सीधे पटना जंक्शन ही रुकती है।

भगवान भरोसे पैसेंजर्स

दिन में ट्रेन से ट्रैवल करने वाले पैसेंजर्स की सिक्योरिटी भगवान भरोसे है। दिन में किसी भी ट्रेन में जीआरपी की एस्कॉर्ट टीम नहीं होती है। आरपीएफ टीम भी कुछ ट्रेनों में ही दिन में रहती है। उसमें भी पटना से मोकामा की ओर जाने वाली कुछ ट्रेनें शामिल हैं। पटना से खुलने वाली और पटना होकर गुजरने वाली क्ख्म् जोड़ी ट्रेनों में ही जीआरपी की सिक्योरिटी होती है।

सिर्फ फ्ब् जोड़ी ट्रेनों में सिक्योरिटी की जिम्मेदारी हमारी टीम संभालती है।

-जीएस मीणा, डिप्टी कमांडेंट, आरपीएफ

Posted By: Inextlive