दें ध्यान, 'पोस्टमार्टम' से दूर रहकर दें एग्जाम
- फरवरी में बोर्ड एग्जाम, टेंशन में होनहार
- एग्जाम बाद परफॉर्मेस डिस्कशन से दूर रहने की एडवाइस दे रहे एक्स्पर्ट GORAKHPUR: बोर्ड एग्जाम की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। स्टूडेंट्स को इस बात की बेचैनी सताने लगी है कि एग्जाम में क्या होगा। इस बार फरवरी में यूपी, सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड के एग्जाम स्टार्ट हो रहे हैं। स्कूल्स में भी नकल विहिन एग्जाम कराने के लिए तमाम सख्त कदम उठाए गए हैं। इन सब के बीच एक्सपर्ट्स बोर्ड स्टूडेंट्स को सलाह दे रहे हैं कि वे अपने अंदर से निगेटिव थॉट को बाहर निकालें। एग्जाम के मैदान में बेहतर परफॉर्मेस कर दिखाने के लिए पॉजिटिव थॉट बहुत जरूरी है। यही एक ऐसा मंत्र है जो एग्जाम में अच्छे मॉर्क्स दिला सकता है। स्ट्रेस से बचेंएक्सपर्ट्स का कहना है कि बोर्ड एग्जाम की तैयारी में बहुत स्ट्रेस न लें, बल्कि शांत भाव से पहले से प्लानिंग करें। सब्जेक्ट को याद करने व समझने के बाद उसे लिख कर रिवाइज करें। इसके लिए चैप्टर को छोटे-छोटे प्वॉइंट्स में बांट लें। इसके अलावा चैप्टर का फ्लो चार्ट भी बना सकते हैं। इससे क्विक रिविजन होता है।
बदला क्वेश्चन पेपर का पैटर्नएक्सपर्ट्स का कहना है कि इस साल क्वेश्चन पेपर का पैटर्न थोड़ा बदल गया है। इसलिए सीबीएसई की वेबसाइट पर जाकर पेपर पैटर्न जरूर चेक करें। इससे किस टाइप का क्वेश्चन पूछा जाएगा इसकी जानकारी होगी और तैयारी टू दि प्वॉइंट होगी। पिछले साल के टॉपर्स की कॉपी और मार्किग स्कीम सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोडेड हैं, इसे जरूर देखें। इससे ये पता चलेगा कि कितने वर्ड में और क्या आंसर लिखना है।
पॉडकास्ट या कॉमेडियन को सुनें एग्जाम में टेंशन को दूर करने के लिए एक्सपर्ट्स कई तरीके सुझाते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि टेंशन को शांत करने के लिए एक फिल्म, एक टीवी शो, पॉडकास्ट या कॉमेडियन को सुन सकते हैं जो आपको खूब हंसाए। इसके साथ हर्बल चाय या एक गर्म चॉकलेट पी सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि गर्म पदार्थ टेंशन को हल्का करता है लेकिन अधिक कैफीन से बचें। तनावगग्रस्त लोगों को करें अवॉयड एक्सपर्ट्स ये भी कहते हैं कि इस समय ये बहुत जरूरी है कि बच्चे तनावग्रस्त लोगों से दूर रहें। साथ ही एग्जाम के बाद पेपर के बारे में डिस्कशन से बचें। आपको ये जानने की जरूरत नहीं है कि और लोगों ने कैसा परफॉर्मेस किया है। बाद में कुछ भी बदल नहीं सकते हैं इसलिए निगेटिव सोच को निकाल कर पॉजिटिव सोच रखें।यूट्यूब और फेसबुक से बनाएं दूरी
एक्सपर्ट्स की मानें तो एग्जाम के समय में स्टूडेंट्स को यूट्यूब, फेसबुक समेत सोशल साइट पर अधिक भरोसा नहीं करना चाहिए। इन पर भरोसा किया तो ये गलत परिणाम ला सकते हैं। स्टूडेंटस को अधिक से अधिक अपने सिलेबस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ये मंत्र अपना स्टूडेंट्स डेफनेटली अच्छा स्कोर कर सकते हैं। वर्जन बहुत से बच्चे यूट्यूब समेत तमाम सोशल साइट का सहारा लेकर पढ़ाई करते हैं जो बाद में परिणाम पर असर डालता है। अगर स्टूडेंटस ईमानदारी से केवल अपने सिलेबस पर ध्यान दें तो उन्हें अच्छा स्कोर लाने से कोई नहीं रोक सकता है। ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस बोर्ड एग्जाम में स्ट्रेस से बचें। हर सब्जेक्ट का अच्छी तरह लिखकर रिविजन करें। इसके साथ ही सीबीएसई की वेबसाइट पर जाकर टॉपर्स की कॉपी बोर्ड स्टूडेंटस जरूर देखें। ये बोर्ड एग्जाम में अच्छे मॉर्क्स लाने में उनकी मदद करेगा और वे बेहतर स्कोर कर सकेंगे। - अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमीस्टूडेंट्स एक्सरसाइज करें, दूसरों की बात ध्यान ना दें। मूड फ्रेश करने के लिए किसी कॉमेडियन को सुनें जो उनको खूब हंसाए। इससे उनके अंदर पॉजिटिव उर्जा आएगी। इसके साथ वे एग्जाम के बाद डिस्कशन से बचें। किसी के परफॉर्मेस के बारे में ना सोचें।
- विशाल त्रिपाठी, प्रिंसिपल, आर्मी पब्लिक स्कूल बोर्ड एग्जाम में पैरेंट्स अपने बच्चों को मोरल सपोर्ट दें। बच्चे भी अपनी उलझनों को निसंकोच पैरेंटस से शेयर करें। निगेटिव थॉट को निकालकर पॉजिटिव सोच बनाए रहें। सबसे जरूरी ये है कि अपने ऊपर विश्वास रखें। अपने लक्ष्य को बनाकर तैयारी करें। डॉ। धनंजय कुमार, साइकोलॉजिस्ट