यूपी बोर्ड सचिव ने बोर्ड परीक्षाओं का शिड्यूल किया जारी

छह फरवरी को होगी शुरुआत, दसवीं की परीक्षा 22 फरवरी व 12वीं की परीक्षा 10 मार्च को होगी समाप्त

14 वर्किंग डेज में होंगी 10वीं की परीक्षाएं।

25 कार्य दिवस में आयोजित होंगी 12वीं की परीक्षाएं।

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा इस बार छह फरवरी से शुरू होगी। शुक्रवार को सचिव यूपी बोर्ड ने परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी कर दिया। यूपी बोर्ड ने पहली बार अक्टूबर में ही बोर्ड परीक्षा का कार्यक्रम जारी किया है। इतना ही नहीं पहली बार ऐसा हो रहा है जब यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 10 मार्च तक समाप्त हो जाएंगी। यूपी बोर्ड की दसवीं की परीक्षाएं कुल 14 कार्य दिवसों में होगी, जो 22 फरवरी तक चलेंगी। 12वीं की परीक्षाएं 25 कार्य दिवस में आयोजित होगी और 10 मार्च 2018 को समाप्त होंगी। दोनों ही परीक्षाएं एक साथ छह फरवरी को शुरू होगी।

बढ़े छह लाख से अधिक स्टूडेंट्स

माध्यमिक शिक्षा परिषद में शुक्रवार को सचिव नीना श्रीवास्तव ने बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम घोषित करते हुए बताया कि इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में 37 लाख 12 हजार 508 व इंटरमीडिएट में 30 लाख 17 हजार 32 यानी कुल 67 लाख 29 हजार 540 परीक्षार्थी शामिल होंगे। यह संख्या वर्ष 2017 की परीक्षा की तुलना में काफी अधिक है। लास्ट ईयर हाईस्कूल में 34 लाख चार हजार 715 व इंटर में 26 लाख 56 हजार 329 समेत कुल 60 लाख 61 हजार 34 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। ऐसे में इस बार छह लाख 68 हजार 506 परीक्षार्थी अधिक शामिल हो रहे हैं। बोर्ड में परीक्षाओं की तैयारियों को समय से पूरा करने के लिए तेजी कार्य हो रहा है।

हिंदी से होगी परीक्षाओं की शुरुआत

यूपी बोर्ड में परीक्षाओं की शुरुआत 12वीं में हिंदी विषय से होगी। जबकि हाईस्कूल में पहले दिन बालिकाओं की गृह विज्ञान की परीक्षा है। दूसरे दिन हिंदी का प्रश्नपत्र होगा। इस बार अधिकतर महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं शुरुआती दिनों में आयोजित की जाएंगी। बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन दो पालियों में किया जाएगा। इसमें पहली पाली की परीक्षा सुबह 7.30 से 10.45 बजे व दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2.00 से 5.15 बजे तक होगी।

बढ़ी संवेदनशील जिलों की संख्या

बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम जारी करते समय प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि लास्ट ईयर सूबे के 19 संवेदनशील जिलों में कोडिंग वाली कॉपियों पर परीक्षा कराई गई थी। जबकि इस बार संवेदनशील जिलों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है। इन जिलों में उत्तर पुस्तिकाओं की हेराफेरी रोकने के लिए कोडिंग वाली कॉपियों से परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। इन जिलों में अलीगढ़, आगरा, मथुरा, हाथरस, एटा, मैनपुरी, फीरोजाबाद, कासगंज, शाहजहांपुर, बदायूं, मुरादाबाद, संभल, इलाहाबाद, कौशांबी, हरदोई, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फतेहपुर, चित्रकूट, गाजीपुर, आजमगढ़, बलिया, देवरिया, जौनपुर, गोंडा, अंबेडकर नगर, सुलतानपुर, भदोही, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, कुशीनगर, मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फर नगर, बरेली, जेपी नगर, बिजनौर, उन्नाव, बाराबंकी, इटावा, औरैया, प्रतापगढ़, जालौन, बांदा, महराजगंज, फैजाबाद, बहराइच, बस्ती व मऊ शामिल हैं।

यह है स्टूडेंट्स की संख्या

हाईस्कूल

संस्थागत व्यक्तिगत

बालक बालिका बालक बालिका

2100111 1498030 92919 21448

इंटरमीडिएट

संस्थागत व्यक्तिगत

बालक बालिका बालक बालिका

1600733 1263260 105746 47293

Posted By: Inextlive