- यूपी बोर्ड में फॉर्म पर फोटो न होने या धुंधली होने पर फॉर्म होगा कैंसिल

LUCKNOW: यूपी बोर्ड ने सत्र 2019-20 के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जो परिषद की वेबसाइट पर भी अपलोड किए गए हैं। इस बार सभी स्टूडेंट्स के नाम और उनके पैरेंट्स के नाम को वेबसाइट पर अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में भी अपलोड कराया जाएगा।

फॉर्म होगा निरस्त

पिछली बार कई स्टूडेंट्स के फोटो अपलोड नहीं हुए थे इस बार फोटो अपलोड होना अनिवार्य किया गया है। अगर फोटो अपलोड नहीं होगा तो, परिषद ऐसे स्टूडेंट्स को फॉर्म को निरस्त कर देगा। वर्ष 2020 की हाईस्कूल इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने वाले सभी रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट्स के पास होने वाले प्रमाण पत्र में स्टूडेंट्स के का नाम, माता-पिता का नाम हिंदी में भी छापा जाएगा। क्लास नौ और 11वीं में रजिस्ट्रेशन के समय नाम, माता-पिता का नाम भी हिंदी में अपलोड होना अनिवार्य हैं। हिंदी में अंकित नाम और माता-पिता के नामों में व उनके चयनित विषयों में यदि कोई गलती हुई है तो वह केवल ऑनलाइल ठीक कराई जा सकती है। अंग्रेजी में अंकित किसी भी जानकारी का संशोधन नहीं होगा।

पैरेंट्स भी करेंगे साइन

सीबीएसई बोर्ड की तरह यूपी बोर्ड में पैरेंट्स भी चेकलिस्ट या नामावली को चेक करेंगे और इसके बाद साइन करेंगे। इसमें जन्मतिथि, नामों की स्पेलिंग, विषय आदि को स्टूडेंट्स के साथ-साथ पैरेंट्स भी देखेंगे।

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दो जगह से आवेदन तो रद

हाईस्कूल या इंटर में फर्जीवाड़ा रोकने को परिषद ने कई तरह के सख्त कदम उठा है। यदि किसी भी प्रिंसिपल की ओर से दो या दो से अधिक स्कूलों से अग्रिम रजिस्ट्रेशन कराने वाले स्टूडेंट्स की सूची पर वेबसाइट बंद होने की निर्धारित तिथि के पूर्व समय के अंतर्गत कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तब उस स्थिति में स्टूडेंट्स का विवरण दोनों ही विद्यालयों से डिलीट कर दिए जाएंगे।

Posted By: Inextlive