-यूपी बोर्ड पहली बार कॉपियों को करने जा रहा ऑनलाइन, कोर्ट केसेज बढ़ने के हैं आसार

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड लगातार नए एक्सपीरियंस कर कीर्तिमान स्थापित करने में जुटा है। बोर्ड पहली बार टापर्स की कॉपियों को ऑनलाइन अपलोड करने की तैयारी में है। बोर्ड की तरफ से पहली बार उठाया जाने वाला यह कदम अधिकारियों का सिरदर्द बढ़ा सकता है। पहले ही बोर्ड के रिजल्ट के बाद अलग-अलग मामलों में कॉपियों के मूल्यांकन में गड़बड़ी को लेकर चल रहे मुकदमों के बीच यह कदम बोर्ड में मुकदमों की संख्या और बढ़ा सकता है। ऐसे में अधिकारियों पर मुकदमों और गड़बडि़यों को लेकर दर्ज होने वाली आपत्तियों की चिंता अभी से अधिकारियों को टेंशन देने लगी है।

हर साल होती हैं गड़बडि़यां

यूपी बोर्ड की कॉपियों में हर साल गलतियों को लेकर लगातार शिकायतें दर्ज होती हैं। यही नहीं, ऐसे मामलों में कई मुकदमे भी हाईकोर्ट में हर साल शुरू होते हैं। ऐसे में जब कॉपियां सबके सामने रहेंगी तो विवाद होना तय है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण कॉपियों के मूल्यांकन के दौरान होने वाली गड़बडि़यां हैं। इस बार मूल्यांकन कार्य के लिए सूबे में कुल 1 लाख 40 हजार टीचर्स लगाए गए थे। इसमें सबसे अधिक टीचर्स वित्त विहीन स्कूलों के थे। ऐसे में एक ही उत्तर को अलग-अलग जिलों में कापियां जांचने वाले टीचर्स नम्बर भी अलग-अलग देंगे। इसके बाद बच्चे इस बात का मुद्दा जरूर उठाएंगे कि एक ही प्रश्न का सही आंसर लिखने में उन्हें अलग-अलग नम्बर कैसे मिले। ऐसे में विवाद बढ़ना तय है। इन्हीं मामलों को देखकर बोर्ड के अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है।

Posted By: Inextlive