गुरुवार से शुरू हो जाएगा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के लिए शुल्क जमा होने का सिलसिला

चालू शैक्षिक सत्र से लागू होगा नया फीस स्ट्रक्चर, 2019 में 57 लाख छात्रों ने दी थी बोर्ड परीक्षा

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एजुकेशन सेशन 2019-20 में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्रों को ढाई से तीन गुना तक अधिक एग्जामिनेशन फीस पे करनी पड़ेगी। गुरुवार से शुरू होने जा रही परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू होने से ठीक एक दिन पहले बोर्ड ने एग्जामिनेशन फीस का नया स्ट्रक्चर जारी कर दिया। बोर्ड ने सभी जिलों के डीआईओएस को निर्देश दिया है कि इस फीस स्ट्रक्चर को चालू एजुकेशनल सेशन से ही लागू कराना सुनिश्चित करावें।

26 हजार कॉलेज, 50 लाख छात्र

बता दें कि यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त प्रदेश में कुल करीब 26000 कॉलेज हैं। लास्ट इयर 31 लाख से अधिक छात्र हाईस्कूल और 26 लाख से अधिक छात्र इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में एपीयर हुए थे। इस साल भी यह आंकड़ा ज्यादा नीचे आने के चांस कम हैं। इसके चलते माना जा रहा है कि नये फीस स्ट्रक्चर से पचास लाख से अधिक छात्र और उनके पैरेंट्स प्रभावित होंगे।

मंगलवार को आया था आवेदन प्रोग्राम

मंगलवार को ही यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने 2020 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होने वाले संस्थागत व व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा आवेदन का प्रोग्राम जारी किया था। बुधवार को इस शेड्यूल को अटैच करके हुए फीस स्ट्रक्चर में चेंज की कापी भी एड कर दी गयी और इसे प्रदेश के सभी जिलों के डीआईओएस को भेज दिया गया। सचिव ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को आदेश दिया है कि वे जिले के राजकीय माध्यमिक कालेज, अशासकीय सहायता प्राप्त व वित्तविहीन कालेजों के प्रधानाचार्यो को निर्देशित कर दें कि वे अब संशोधित परीक्षा शुल्क लेकर कोषागार में जमा कराएं।

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कम्परेटिव फीस स्ट्रक्टर

परीक्षा शुल्क पहले शुल्क अब

हाईस्कूल रेग्युलर 200.75 500.75

क्रेडिट सिस्टम सं 200.75 200.75

व्यक्तिगत 306.00 706.00

क्रेडिट सिस्टम व्य 306.00 300.00

अतिरिक्त विषय 206.00 206.00

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इंटर रेग्युलर 220.75 600.75

कृषि भाग 1,2 220.75 600.75

व्यक्तिगत 406.00 806.00

कृषि 1,2 अनुत्तीर्ण 406.00 806.00

अतिरिक्त विषय 206.00 206.00

(नोट: अतिरिक्त विषय में फीस प्रत्येक सब्जेक्ट की अलग पे करनी होती है.)

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क्रेडिट सिस्टम व अतिरिक्त सब्जेक्ट वालों को राहत

बुधवार को बोर्ड की तरफ से फीस का जो नया स्ट्रक्चर जारी किया गया, उसके मुताबिक इस चेंज का कोई फर्क क्रेडिट सिस्टम, अतिरिक्त विषय के छात्रों पर नहीं पड़ेगा। उन्हें पुरानी फीस ही पे करनी होगी। बोर्ड ने बढ़ी फीस का बोझ हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के रेग्युलर व प्राइवेट छात्रों पर ही डाला है। इंटर के कृषि भाग एक व दो व्यावसायिक वर्ग में भी इस चेंज का असर रहेगा।

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तीन साल पहले हुआ था लास्ट चेंज

यूपी बोर्ड ने तीन साल के भीतर दूसरी बार परीक्षा फीस बढ़ाई है। इससे पहले 2016 में सचिव शैल यादव ने परीक्षा के साथ अन्य तरह की फीस को भी बढ़ाने का फैसला लिया था। इससे पहले हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों से बेहद कम शुल्क लिया जाता। तब बोर्ड ने इसी को फीस बढ़ाने का बेस भी बनाया था। तब चेंज किये स्ट्रक्चर में भी तीन से चार गुने तक का इजाफा देखा गया था। नये स्ट्रक्चर में भी ढाई से तीन गुना तक की ही वृद्घि की गयी है। यह तथ्य भी उल्लेखनीय है कि बोर्ड ने कुछ माह पहले ही मान्यता, स्क्रूटनी फीस में बड़ा इजाफा किया था।

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा का फीस स्ट्रक्चर चेंज कर दिया गया है। रेग्युलर और प्राइवेट दोनों तरह के छात्र इससे प्रभावित होंगे। इसे इसी सत्र से लागू किया जाएगा।

नीना श्रीवास्तव

सचिव, यूपी बोर्ड

Posted By: Inextlive