उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मिशन रोजगार के तहत चयनित 3209 ट्यूबवेल ऑपरेटरों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। सीएम योगी ने नियुक्ति पत्र देते हुए कहा कि इन ट्यूबवेल ऑपरेटरों का कर्तव्य है कि वे सभी किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा प्रदान करें।

लखनऊ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को मिशन रोजगार के तहत सिंचाई और जल संसाधन विभाग के नए चयनित 3,209 ट्यूबवेल ऑपरेटरों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उम्मीदवारों के साथ संवाद भी किया। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक टि्वटर अकाउंट के मुताबिक इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सीएम योगी ने कहा कि एक पारदर्शी तरीके से चयन की प्रक्रिया को मेरिट के आधार पर आगे बढ़ाने के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और सिंचाई विभाग को हृदय से धन्यवाद देता हूं कि आज 3,209 नलकूप चालकों की नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरण की कार्यवाही यहां संपन्न हुई।

Lucknow: CM Yogi Adityanath virtually distributes apppointment letters to 3209 tubewell operators, who were selected through UPSSSC recruitment process.
"It's duty of tubewell operators to provide better irrigation facilties to all farmers," he said. pic.twitter.com/CL62luwjEq

— ANI UP (@ANINewsUP) December 9, 2020


ट्यूबवेल ऑपरेटर सभी किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा प्रदान करें
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ट्यूबवेल ऑपरेटरों का चयन प्रदेश के अंदर हमारे किसान भाइयों की आय में वृद्धि करने में बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन करने वाला है। मैं इसके लिए विभाग को धन्यवाद देता हूं। इन ट्यूबवेल ऑपरेटरों का कर्तव्य है कि वे सभी किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा प्रदान करें। यहां 34,000 के आस-पास सरकारी ट्यूबवेल हैं, इन सभी ट्यूबवेल में हमारे पास ट्यूबवेल ऑपरेटर नहीं थे। ऐसे में एक ट्यूबवेल ऑपरेटर को 4-5 जगहों पर अपनी सेवाएं देने के लिए मजबूर होना पड़ता था। इससे समय से किसानों को सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पाती थी।
ट्यूबवेल ऑपरेटरों की संख्या 9 हजार से बढ़कर 12 हजार हो रही
यूपी सीएम ने कहा कि प्रदेश के अंदर हमारे पास लगभग 23 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि ऐसी है, जहां पर ट्यूबवेल से सिंचाई होती है। आज प्रदेश के अंदर जब विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित की गई, तब ट्यूबवेल ऑपरेटरों के चयन की व्यवस्था को आगे बढ़ाया। उसका परिणाम है कि प्रदेश के अंदर ट्यूबवेल ऑपरेटरों की संख्या 9 हजार से बढ़कर 12 हजार होने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले हमने ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की फिर इन ट्यूबवेल में बिजली न होने और ट्रांसफॉर्मर जलने की परेशानी को दूर किया।

Posted By: Shweta Mishra