कोरोना वाययरस संकट के दाैरान अधिकारियों से राज्य की स्थिति जानने के बाद अब सीएम योगी ने खुद जाकर रिएलिटी चेक करना शुरू कर दिया है। इसमें कोरोना के मरीजों के इलाज से लेकर प्रवासी मजदूरों को दी जा रही नौकरियों पर फोकस किया जा रहा है।

लखनऊ (आईएएनएस) कोरोना वायरस संकट के बीच लखनऊ में राज्य के हालातों को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों के साथ बातचीत की। बातचीत करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब रियलिटी चेक के लिए कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। रविवार को मुख्यमंत्री ने बस्ती और गोरखपुर का दौरा किया और फिर सोमवार को आजमगढ़ और वाराणसी गए। अपनी यात्राओं के दौरान, उन्होंने न केवल इन जिलों में विकासात्मक परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की बल्कि स्थानीय अस्पतालों में उपचार की स्थिति की भी जांच की। इस दाैरान सीएम योगी ने मरीजों के साथ बातचीत भी की।

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना की प्रगति की भी समीक्षा की

वाराणसी में, योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की देर शाम काशी विश्वनाथ मंदिर में ई-रुद्राभिषेक की सुविधा शुरू की और प्रार्थना की। मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि यह अनुष्ठान आठ पुजारियों के एक समूह द्वारा किया जाएगा, जिन्हें ई-रुद्राभिषेक करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना की प्रगति की भी समीक्षा की।उन्होंने वाराणसी में एसपीजी डिवीजन अस्पताल और आजमगढ़ में जिला अस्पताल सहित गैर कोविड-19 अस्पतालों में कोविद -19 परीक्षण के लिए ट्रायनेट मशीनों का उद्घाटन किया। इस दाैरान अन्य बीमारियों से पीड़ित रोगियों के लिए सहज स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कीं।

प्रवासी मजदूरों को दी जा रही नौकरियों की भी समीक्षा करेंगे

योगी आदित्यनाथ ने इन सभी जिलों में भाजपा नेताओं के साथ एक बैठक की और सरकार द्वारा कोविड-19 संकट के दौरान किए गए कार्यों का फीडबैक लिया। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, कुछ जिलों में चिकित्सा सुविधाओं के बारे में शिकायतें मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने जिले में वास्तविकता की जांच करने का निर्णय लिया। सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आने वाले दिनों में इस तरह के और दौरे करने की संभावना है, ताकि चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में सड़कों, और सेवाओं सहित विकास परियोजनाओं की स्थिति का आकलन किया जा सके। प्रवक्ता ने कहा कि वह विभिन्न जिलों में प्रवासी मजदूरों को दी जा रही नौकरियों की भी समीक्षा करेंगे।

Posted By: Shweta Mishra