मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाई। वहीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बलिया से कानपुर तक के लिए गंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाई। 31 जनवरी को दोनों यात्राएं कानपुर में मिलेंगे।


बिजनौर (एएनआई)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बिजनौर से गंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाई। इस कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम आदित्यनाथ ने कहा, 'हमने बिजनौर से कानपुर तक गंगा यात्रा शुरू की है। अन्य गंगा यात्रा को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा बलिया से कानपुर तक हरी झंडी दिखाई जा रही है। 31 जनवरी को दोनों यात्राएं कानपुर में मिलेंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'और कानपुर ही क्यों, क्योंकि यह नमामि गंगे परियोजना में एक महत्वपूर्ण बिंदु था। सालों तक कानपुर में गंगा का पानी प्रदूषित था जिसने न केवल हमारी धारणाओं को चोट पहुंचाई बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया। 'दिल्ली में साफ किया जा सकता है यमुना का पानी
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में नमामि गंगे परियोजना शुरू की थी और अब हम देखना चाहते हैं कि कानपुर में गंगा के पानी में कितना सुधार हुआ है। यदि यह कानपुर में किया जा सकता है तो दिल्ली में यमुना के पानी के साथ भी किया जा सकता है जिसके लिए दिल्ली सरकार ने कुछ भी नहीं किया है।' बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यात्रा निकलने से पहले एक विस्तृत 'गंगा आरती' की। उन्होंने कहा कि गंगा नदी न केवल विश्वास का प्रतीक है, बल्कि अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी है। आठ केंद्रीय मंत्री और 56 यूपी मंत्री इस यात्रा का हिस्सा होंगे।

Posted By: Mukul Kumar