उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वायु प्रदूषण पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस दाैरान उन्होंने एनसीआर में प्रदूषण को रोकने के लिए योजनाबद्ध प्रयासों के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया।


लखनऊ (एएनआई)। वायु प्रदूषण पर एक उच्च स्तरीय बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अधिकारियों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण को रोकने के लिए योजनाबद्ध प्रयासों की आवश्यकता पर निर्देश दिया। उन्होंने लोगों को निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा कि पराली न जलाने के लिए किसानों से संपर्क किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र खासकर नोएडा और गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर आज गिर गया। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार, नोएडा ने 'बहुत खराब' श्रेणी के ऊपरी छोर पर 362 पर एक्यूआई दर्ज किया, जबकि गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता 322 पर 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज हुआ।सुप्रीम कोर्ट का रुख सख्त
सफर के बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में एक्यूआई जो 331 दर्ज किया गया है, आज "सुधार की संभावना नहीं है" क्योंकि परिवहन स्तर पर हवाएं बढ़ रही हैं। कल, राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई 318 दर्ज किया गया था। सुप्रीम कोर्ट प्रदूषण को लेकर सख्त रुख अपना रहा है। उसने सोमवार को केंद्र सरकार को पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ 16 नवंबर को एक "आपातकालीन बैठक" बुलाने का निर्देश दिया और दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए एक कार्य योजना की मांग की। इसके पहले कल सोमवार को दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिए हलफनामे में कहा था कि हम हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही कहा कि हम फुल लॉकडाउन लगाने के लिए तैयार हैं।

Posted By: Shweta Mishra