यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल रोकने के लिए इस बार शासन और प्रशासन सभी अलर्ट है। इस संबंध में उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का कहना है कि नकल मामले में 141 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

बस्ती (उत्तर प्रदेश) (एएनआई)। उत्तर प्रदेश में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। इस बार नकल माफियाओं पर शासन और प्रशासन की पैनी नजर है। अब तक 100 से अधिक लोगों पर नकल मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। बस्ती जिले के श्री कृष्ण पांडे गर्ल्स इंटर कॉलेज के निरीक्षण पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने शनिवार को कहा कि नकल मामले में शामिल 141 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ये लोग हाई स्कूल और इंटरमीडिएट शिक्षा परीक्षा बोर्ड स्टूडेंट को नकल करने के लिए नोट्स और गाइडों की बड़े पैमाने पर सुविधा देते हैं।

लखनऊ में निगरानी और नियंत्रण कक्ष स्थापित हुआ
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा हमारा अभियान ऐसे माफियाओं के खिलाफ है। जिन 141 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और उन्हें जल्द ही जेल भेजा जाएगा। हमने बोर्ड परीक्षा के आयोजन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए लगभग 1.90 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। उत्तर प्रदेश में नकल पर अंकुश लगाने के लिए इस बार सभी जिलों में एक-एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इनके ऊपर प्रदेश की राजधानी में लखनऊ में राज्य स्तरीय निगरानी और नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।

सीएम योगी ने की थी शिक्षा अधिकरियों के साथ बैठक

बता दें कि यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए यूपी सीएम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नजर बनाए हैं। उन्होंने 8 फरवरी को सभी जिलों के डीएम, जिला विद्यालय निरीक्षकों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की थी। इस दाैरान उन्होंने प्रदेश में अधिकारियों को नकल विहीन परीक्षा के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश देते हुए कहा था कि नकल माफिया किसी भी हाल में बचने न पाएं।

Posted By: Shweta Mishra