उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म और मौत की शिकार पीड़िता के परिजनों की सुरक्षा कड़ी कर दी है। घर के बाहर चौबीस घंटे सुरक्षा तैनात करने के साथ ही पीड़िता के भाई के साथ भी दो सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।


हाथरस (एएनआई)। उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म की शिकार पीड़िता के परिवार की मांगों को स्वीकार कर लिया है। पीड़िता के घर के बाहर चौबीस घंटे सुरक्षा तैनात की गई है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत जायसवाल के अनुसार, दो महिला उप-निरीक्षक (एसआई) और छह महिला कांस्टेबल वहां तैनात हैं। पीड़ित के भाई की सुरक्षा के लिए दो सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा पीएसी के जवान भी घर के बाहर डेरा डाले हुए हैं। इतना ही नहीं 15 पुलिस कर्मियों, तीन स्टेशन हाउस ऑफिसर्स और एक पुलिस उपाधीक्षक को किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव में तैनात किया गया है ।पीड़ित परिवार को डर छोड़ना पड़ सकता है घर


पीड़िता के भाई ने एएनआई को बताया कि उन्हें अपनी सुरक्षा का डर है। हम इस मामले में गिरफ्तार चारों अभियुक्तों के परिवार व करीबियों की ओर से धमकियों का डर है। आने वाले दिन हमारे लिए अधिक चुनौतीपूर्ण होंगे। इससे पहले उन्होंने कहा था कि उन्होंने सरकार से सुरक्षा की मांग की थी। एक रिश्तेदार ने कहा, परिवार को खुलकर बोलने के लिए धमकियां मिलने का डर है। इसके अलावा उन्हें डर है कि उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ सकता है।

मामले में ये अधिकारी किए जा चुके हैं निलंबित उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले की जांच कर रहे एक विशेष जांच दल की पहली रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन एसपी, डीएसपी, एक निरीक्षक और कुछ अन्य अधिकारियों को 2 अक्टूबर को निलंबित कर दिया था। वहीं मामले की सीबीआई जांच होनी है। बता दें कि हाथरस में 19 वर्षीय युवती की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना के सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला काफी चर्चा में है।

Posted By: Shweta Mishra