यूपी सरकार ने आजम खान के ट्रस्ट द्वारा संचालित जौहर यूनिवर्सिटी की 70 हेक्टेयर जमीन वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। बता दें कि सरकार ने यह कदम तब उठाया जब हाल ही में यूपी सरकार के एक्शन के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका खारिज की जा चुकी है।


रामपुर (एएनआई)। रामपुर से सपा सांसद मोहम्मद आजम खान को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। रामपुर जिला प्रशासन ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के नेतृत्व वाले मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट द्वारा संचालित मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय से 70.05 हेक्टेयर से अधिक भूमि वापस ले ली। यह कदम तब उठाया गया जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने सोमवार को कुछ शर्तों का पालन न करने पर विश्वविद्यालय की भूमि पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कब्जा करने की कार्यवाही के खिलाफ एक याचिका को खारिज कर दिया। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि यूपी सरकार को जमीन वापस लेने का पूरा अधिकार है। संस्था के लिए भूमि 2005 में ट्रस्ट को दी गई थी। वर्तमान में आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला खान सीतापुर जिला जेल में बंद हैं और कई मामलों का सामना कर रहे हैं।


टीम ने ट्रस्ट को जमीन से बेदखल कर दिया

गुरुवार को तहसील की टीम यूनिवर्सिटी पहुंची और ट्रस्ट को जमीन से बेदखल कर दिया। ट्रस्ट विश्वविद्यालय चलाता है और आजम खान इसके अध्यक्ष हैं, जबकि उनकी पत्नी तंजीन फातिमा सचिव हैं। सदर के तहसीलदार प्रमोद कुमार ने एएनआई को बताया, रामपुर जिला प्रशासन ने कल जौहर विश्वविद्यालय से 70 हेक्टेयर से अधिक जमीन वापस ले ली, जिसके लिए उच्च न्यायालय में अपील हुई थी। अपील को उच्च न्यायालय ने खारिज कर दियातहसीलदार ने बताया कि इस अपील को उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था जिसके बाद कब्जे और हस्तक्षेप के लिए अधिकारी यहां आए थे। उन्होंने कहा, कुलपति को बेदखली के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। इसलिए कानूनी प्रक्रिया के अनुसार, दो गवाहों और पुलिस की मौजूदगी में जमीन खाली करने की कार्रवाई की गई है।

Posted By: Shweta Mishra