उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अब शासन के प्रेस नोट्स को संस्कृत में भी जारी करना अनिवार्य कर दिया है। यूपी के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि सरकार की ओर से यह काफी अच्छी पहल है।

लखनऊ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य सूचना विभाग के लिए अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू के साथ संस्कृत भाषा में सूचना का प्रसार करना अनिवार्य कर दिया है। प्रदेश सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए यूपी के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा, संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। यहां तक ​​कि अतीत में डाॅक्टर भीम राव अंबेडकर ने संस्कृत को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता देने की सिफारिश की थी। हम अपने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले का तहे दिल से स्वागत करते हैं।

मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी के निर्देशानुसार शासकीय प्रेस विज्ञप्तियां अब संस्कृत भाषा में भी निर्गत की जाएंगी।
मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत प्रतिदिन की जा रही समीक्षा बैठक की आज की संस्कृत भाषा में निर्गत प्रेस विज्ञप्ति.. pic.twitter.com/601r7dGLYV

— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 26, 2020


संस्कृत भाषा में भी प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई
अभी तक राज्य सूचना विभाग प्रेस विज्ञप्ति जारी करने के लिए अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू का उपयोग करते थे। बता दें कि हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद शनिवार को संस्कृत भाषा में भी प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी। इस संबंध में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारिक टि्वटर हैंडल से ट्वीट भी किया गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ काफी समय से संस्कृत के प्रचार प्रसार पर बल दे रहे हैं। सीएम योगी का मानना है कि प्रचीन काल में भी संस्कृत देश के डीएनए में थी और आज भी उसका वही स्थान है।

Posted By: Shweta Mishra