गर्मी की छुट्टियों के बाद पहली जुलाई से परिषदीय स्कूल और माध्यमिक विद्यालय तो खुल गए हैं लेकिन शनिवार होने के बावजूद इन स्कूलों में 'नो बैग डे' नहीं लागू हुआ। वजह यह है कि उप मुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा ने भले ही अरसा पहले प्रदेश के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में शनिवार को 'नो बैग डे' का एलान किया हो लेकिन इस घोषणा को अमली जामा पहनाने के लिए विभागीय आदेश अभी तक जारी नहीं हुए हैं।


* उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने मई में की थी घोषणा* शनिवार को बच्चों को स्कूल बैग के बोझ से निजात दिलाने का था मकसदबैग की जरूरत नहींहरियाणा के अपर मुख्य सचिव शिक्षा डॉ.पीके दास की ओर से बीती 12 मई को सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना कार्यालय में शिक्षा क्षेत्र में सुधार को लेकर प्रस्तुतीकरण किया गया था। उस प्रस्तुतीकरण को देखने के बाद उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने घोषणा की थी कि शनिवार को प्रदेश के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में 'नो बैग डे' होगा। उस दिन स्कूलों में सिर्फ खेलकूद, अंत्याक्षरी, आदि जैसे पाठ्यसहगामी क्रियाकलाप ही होंगे। बच्चों को उस दिन स्कूल बैग ले जाने की जरूरत नहीं होगी। तनाव से मुक्त रखना
मकसद था बच्चों को हफ्ते में एक दिन स्कूल बैग के बोझ से न सिर्फ निजात दिलाना बल्कि उन्हें मानसिक तौर पर भी पढ़ाई के तनाव से मुक्त रखना। यह बात और है कि उनकी इस घोषणा के बाद भी इस बारे में शासन की ओर से कोई आदेश जारी नहीं किया जा सका। 'नो बैग डे' के आदेश के बारे में पूछने पर बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कहा कि ऐसा कोई आदेश नहीं जारी हुआ है। जाहिर है कि ऐसे में पुरानी व्यवस्था जारी रहेगी।

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Posted By: Shweta Mishra