यूपी में एक महिला टीचर का फर्जीवाड़ा सामने आया है। ये टीचर एक साथ 25 स्कूलों में पढ़ा रही थी और उसने सैलरी से एक साल में एक करोड़ रुपये कमा लिए।


लखनऊ (पीटीआई)। उत्तर प्रदेश में एक महिला सरकारी टीचर के एक साथ 25 स्कूलों में पढ़ाने की खबर सामने आते ही हड़कंप मच गया। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है मगर कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह खुलासा सामने आया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को कहा कि, फिलहाल इस मामले की जांच जारी है और "अभी तक कुछ भी पुष्टि नहीं हुई है"। मीडिया रिपोर्टों पर कार्रवाई करते हुए, अतिरिक्त निदेशक, बेसिक शिक्षा को मामले की जांच करने का आदेश दिया गया था। फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है।मामले की जांच जारी है


डायरेक्टर जनरल स्कूल एजुकेशन विजय किरण आनंद ने पीटीआई को बताया, 'शुरुआती कुछ खबरों में एक टीचर का नाम प्रकाश में आया है। फिलहाल आरोपी महिला टीचर फरार है। कहा जा रहा कि उन्हें सैलरी के रूप में एक करोड़ रुपये भुगतान किए गए हैं। इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है।' अधिकारी ने आगे कहा, 'जांच जारी है और अगर आरोप सही हैं, तो एक प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उसके बैंक खाते में धन (वेतन) का हस्तांतरण भी नहीं किया गया है। मंडल अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। यदि किसी टीचर का नाम इसमें पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

मैनपुरी की रहने वाली है महिला टीचर
शिकायतों के अनुसार, आरोपी महिला टीचर मूलरूप से मैनपुरी की रहने वाली है। उसने एक साथ 25 से अधिक स्कूलों में बतौर शिक्षक काम किया है और हर स्कूल से वेतन उठाया। आरोप हैं कि उन्होंने अंबेडकरनगर, बागपत, अलीगढ़, सहारनपुर, प्रयागराज और अन्य स्थानों में कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय में विज्ञान शिक्षिका के रूप में काम किया। बता दें केजीबीवी शिक्षकों को अनुबंध पर नियुक्त किया जाता है और वेतन के रूप में 30,000 रुपये मिलते हैं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari