लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों की वापसी के लिए राज्य सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। पहले चरण में हरियाणा से दो हजार से ज्यादा मजदूरों की वापसी हो रही है।

लखनऊ (पीटीआई)लाॅकडाउन के बाद अन्य राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के मजदूरों को अब राज्य सरकार वापस लाने की तैयारी शुरू कर रही है। शनिवार को प्रदेश के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में हरियाणा से 2,224 मजदूरों की वापसी कराई जाएगी। पत्रकारों को जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अविनाश अवस्थी ने कहा कि हरियाणा से शनिवार को पहले चरण में 2 हजार से ज्यादा मजदूरों 82 बसों में लाए जाएंगे। सभी मजदूरों को 14 दिन के क्वाॅरंटीन में रखा जाएगा।

सीएम योगी ने दिए निर्देश, चरणबद्ध तरीके से वापस आएंगे मजदूर

अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूरों की चरणबद्ध वापसी के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। पहले चरण में हरियाणा से 82 बसों में आने वाले दो हजार से ज्यादा मजदूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों से संबंधित हैं। आदेश के अनुसार, मजदूरों को अनिवार्य क्वाॅरंटीन में रखने के लिए शेल्टर होम बनाए गए हैं। इन्हीं स्थानों पर वापस आने वाले मजदूरों को अनिवार्य रूप से 14 दिन बिताने होंगे। शेल्टर होम में पब्लिक एड्रेस सिस्टम इंस्टाॅल किए जा रहे हैं। वहां उनके लिए भोजन और शौचालय की भी व्यवस्था होगी।

घर के नजदीक दिए जाएंगे रोजगार

प्रदेश सरकार के अधिकारी ने बताया कि अन्य राज्यों से लौटने वाले मजदूरों के क्वाॅरंटीन अवधि खत्म होने के बाद उन्हें उनके घर के नजदीक ही रोजगार में लगाने के निर्देश दिए गए हैं। अन्य राज्यों में रह रहे प्रवासी मजदूरों ने मांग की थी कि उन्हें उनके राज्य में वापस भेजा जाए। इनमें वे मजदूर बड़ी संख्या में शामिल थे जो डेली वेज पर काम करके अपना पेट पाल रहे थे। ऐसे ज्यादातर मजदूर लाॅकडाउन के बाद वित्तीय संकट झेलने को मजबू थे। ध्यान रहे कि कोरोना वायरस से उत्पन्न महामारी के कारण देश भर में 25 मार्च से लाॅकडाउन कर दिया गया है ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।

Posted By: Mukul Kumar