कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की निंदा करते हुए उत्तर प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वे श्रम कानूनों में अध्यादेश का विरोध करके श्रमिकों के सबसे बड़े दुश्मन साबित हो रहे हैं।

लखनऊ (उत्तर प्रदेश) (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रमिकों के कानूनों में अध्यादेश का विरोध करने वाली कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लिया। श्रम मंत्री मौर्य ने एएनआई को बताया, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं को अध्यादेश पढ़ने की जरूरत है और फिर विरोध करने की जरूरत है लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। उनकी टिप्पणियों से साफ पता चलता है कि वे श्रमिकों के दुश्मन नंबर वन हैं।

मजदूरों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे

कांग्रेस और सपा दाेनो दल नहीं चाहते कि श्रमिकों को काम मिले इसलिए अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, श्रमिकों के लिए मगरमच्छ के आंसू बहाने वाले शायद यह नहीं जानते कि श्रम कानूनों में यह अध्यादेश न केवल निवेश का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि उन प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार के अवसर भी खोलेगा, जिन्हें घर वापस आना है और उन्हें यहां रोजगार उपलब्ध कराना है।

सरकार इस दिशा में तेजी से काम भी कर रही

उत्तर प्रदेश की सरकार इस दिशा में तेजी से काम भी कर रही है। वह जो जिस योग्य कामगार है, उसे उसके लायक काम यहीं पर दिलाने की व्यवस्था करने के दिशा में प्रयासरत है। बता दें कि कोरोना वायरस संकट के और लाॅकडाउन के बीच देश में इस समय बड़ी संख्या में ऐसे प्रवासी श्रमिक हैं जो अपने गृहराज्य वापस जाने के लिए परेशाान हैं। इसमें बड़ी उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूर भी शामिल हैं।

Posted By: Shweta Mishra