पेरिस में एक मैग्‍जीन दफ्तर पर हुये आतंकी हमलों का समर्थन करना बीएसपी नेता को भारी पड़ गया. इस मामले में हाजी याकूब कुरैशी के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है. दरअसल उन्‍होंने शार्ली एब्‍दो मैग्‍जीन के ऑफिस में अंधाधुंध फायरिंग को सही ठहराया था.

याकूब कुरैशी का पुतला फूंका गया
याकूब के समर्थन वाले बयान पर चारों तरफ काफी आलोचना हो रही है. बीजेपी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, वहीं मेरठ में हाजी याकूब कुरैशी का पुतला भी फूंका गया. हालांकि बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि हाजी याकूब आतंकवाद का समर्थन करते हैं. वहीं अखिल भारत हिंदू महासभा का कहना है कि प्रदेश की समाजवादी सरकार भी हाजी याकूब पर कोई कार्रवाही नहीं कर सकती क्योंकि यह मामला मुस्लिम तुष्टिकरण से जुड़ा है. फिलहाल यह मांग की जा रही है कि सभी मुस्लिम धर्मगुरु एकजुट होकर हाजी याकूब वर कार्यवही करते हुये उन्हें इस्लाम से खारिज करें.
अनादर करने वालों की होगी मौत
गौरतलब है कि पेरिस के शार्ली एब्दो मैग्जीन के ऑफिस पर बुधवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी, जिसमें 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. हालांकि पूरी दुनिया इस अमानवीय घटना के खिलाफ खड़ी है, तो वहीं BSP नेता हाजी याकूब इसे जायज ठहरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि, जो भी पैगंबर के प्रति अनादर दिखायेगा, उसकी मौत शार्ली एब्दो के पत्रकारों और काटूर्निस्टों की तरह होगी.
51 करोड़ रुपये का इनाम
दरअसल याकूब साल 2006 में अपने एक विवादित बयान के कारण चर्चा में आये थे. उस दौरान मैग्जीन के एक कार्टूनिस्ट द्वारा पैगंबर साहब का कार्टून बनाने पर याकूब ने कहा था कि, जो कोई उस कार्टूनिस्ट का सिर कलम करके लायेगा उसे 51 करोड़ रुपये इनाम दिया जायेगा. हालांकि याकूब के इस बयान ने चारों तरफ खलबली मचा दी थी. फिलहाल इन कार्टूनिस्टों की हत्या के बाद याकूब ने कहा कि, पेरिस वाले हमलावर अगर इस इनाम का दावा करेंगे तो उन्हें 51 करोड़ रुपये जरूर दिया जायेगा. इस बार उन्होंने फिर कहा कि पेरिस में जो हुआ, वह गलत नहीं है. ऐसे लोगों का यही हश्र होना चाहिये.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari