UP Lakhimpur Case : मृतकों के परिवार से मिलने लखीमपुर जा रहे अखिलेश यादव को रोका गया, लखनऊ में धरने पर बैठे सपा नेता
लखनऊ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई झड़प में आठ लोगों की मौत के बाद यहां पर काफी तनाव व्याप्त है। पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास के बाहर आज सोमवार को लखीमपुर खीरी की निर्धारित यात्रा से पहले पुलिस बल तैनात किया गया है। यहां पर बड़ी संख्या में समर्थक जमा हुए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित विभिन्न दलों के कई विपक्षी नेताओं का भी आज लखीमपुर खीरी का दौरा करने का कार्यक्रम है। यह भी पीड़िताें से मिलने जा रहे हैं। इससे पहले अखिलेश यादव ने घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की थी।
Lucknow: Samajwadi Party president Akhilesh Yadav stage a sit-in protest outside his residence after police stopped him from going to Lakhimpur Kheri
"Govt does not want any political leaders to go there. What is the Govt hiding?" he says pic.twitter.com/FN0IbYy3B3
अखिलेश यादव बोले मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए
अखिलेश यादव ने लखीमपुर खीरी में कथित ताैर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कुचले जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल हुए किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क जी के साथ थोड़ी बात की थी। उन्होंने कहा था कि उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए, सरकार को उन्हें तुरंत सर्वोत्तम उपचार प्रदान करना चाहिए। वहीं मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। सपा कार्यकर्ता यहां अखिलेश यादव के आवास के बाहर जमा हो गए क्योंकि पुलिस ने उनके लखीमपुर खीरी के निर्धारित दौरे से पहले सुरक्षा बलों को तैनात किया और बैरिकेड्स लगा दिए। वहीं किसान मोर्चा ने आरोप लगाया कि जब किसान हेलीपैड पर अपने विरोध से हट रहे थे, तभी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा टेनी तीन वाहनों के साथ आए और नीचे उतरे किसानों व एसकेएम नेता तजिंदर सिंह विर्क पर भी सीधे हमला किया, उनके ऊपर एक वाहन चलाने की कोशिश की।
आशीष मिश्रा टेनी ने एसकेएम के आरोपों का खंडन किया
हालांकि, आशीष मिश्रा ने एसकेएम के आरोपों का खंडन किया और उन्होंने कहा कि वह उस जगह पर मौजूद नहीं थे जहां घटना हुई थी। कुछ अनियंत्रित तत्वों ने हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला किया, उनमें से 4-5 को मार डाला। मैं बनबीरपुर में सुबह 9 बजे अंत तक था ... मैं दो दिनों से (घटना) स्थान पर नहीं था ... हो सकता है कि वे मुझे पसंद नहीं करते और राजनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं। मेरे खिलाफ आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और मैं इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करता हूं और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि रविवार को लखीमपुर खीरी की घटना में आठ लोगों की मौत हो गई। गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने यह भी कहा कि उनका बेटा मौके पर मौजूद नहीं था, उन्होंने कहा कि कुछ बदमाश विरोध कर रहे किसानों के साथ मिल गए और कार पर पथराव किया जिससे 'दुर्भाग्यपूर्ण घटना' हुई।