-नोडल अधिकारी जयदीप वर्मा ने प्रेस कांफ्रेस कर दी जानकारी

-18 माह में तैयार करना होगा रेलवे बस स्टेशन, नहीं तो लगेगा जुर्माना

GORAKHPUR: परिवहन निगम के बेड़े में एक साथ 2500 जनरथ बस टू बाई टू, 50 वॉल्वो लक्जरी बस और 300 ऑर्डिनरी बसें 31 मार्च तक शामिल हो जाएगी। इसके बाद इसे प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जरूरत के हिसाब से दिया जाएगा। यह जानकारी प्रेस कांफ्रेस कर परिवहन निगम नोडल अधिकारी जयदीप वर्मा ने दी। शुक्रवार को गोरखपुर आए जयदीप वर्मा ने राप्तीनगर और गोरखपुर डिपो का दौरा किया। इसके बाद आरएम और सभी डिपो के एआरएम के साथ एक मीटिंग की।

आय में कमी पर दी चेतावनी

शहर के दोनों डिपो का निरीक्षण करने के बाद नोडल अधिकारी वहां की व्यवस्था से संतुष्ठ नहीं थे। इसको सही करने लिए दोनों एआरएम को निर्देश दिए। शुक्रवार को मीटिंग में जिन डिपो की आय में कमी थी वहां के एआरएम को कड़ी चेतावानी दी। साथ ही बसों की हर तरह की कमी को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। मीटिंग में खिचड़ी मेले और प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले की भी समीक्षा की।

18 माह में तैयार होगा रेलवे बस स्टेशन

नोडल अधिकारी जयदीप वर्मा ने बताया कि राप्तीनगर वर्कशॉप में काम चल रहा है। इसके बाद रेलवे बस स्टेशन का पीपीपी मोड में निर्माण होगा। बस स्टेशन का निर्माण कंपनी को 18 माह में हर हाल में करना होगा। इसमें लेट होने पर जुर्माना लगाया जाएगा। रेलवे बस स्टेशन को तोड़कर इसके 30 प्रतिशत जगह पर निर्माण किया जाएगा। बाकी जगह बसों को खड़ा करने के लिए खाली रहेगी।

पैसेंजर्स की सेफ्टी के लिए उठाए कदम

उन्होंने बताया कि बसों में सेफ्टी के लिए एसएलडी लगा दिए गए हैं। अब बसें 80 की स्पीड से अधिक नहीं भाग पाएंगी। चालक और परिचालक भी एक ड्रेस में रहेंगे। साथ ही उन्हें जूता भी अवेलबल कराया जाएगा। ताकि वे चप्पल पहनकर बस ना चलाएं। उन्होंने बताया कि उनका मील ऑन एप भी शुरू कर दिया गया है। अब बस में बैठकर आप खाना भी बुक कर सकते हैं।

फिटनेस खराब तो नपेंगे एआरएम

उन्होंने बताया कि रोडवेज की सभी बसों को हर 2 महीने पर 31 प्वाइंट पर जांच करनी होगी। साथ ही साथ डेली 13 प्वाइंट पर बसों की जांच करने के बाद ही उसे रोड पर भेजा जाएगा। इसमें लापरवाही पाए जाने पर एआरएम के ऊपर कार्रवाई की जाएगी। बताया कि अब दामिनी एप की शुरुआत हो चुकी है। किसी भी परेशानी में महिलाएं 8142777777 नंबर फोन कर या व्हाटसएप कर मदद ले सकती हैं।

प्रदेश में हटाए गए अनफिट चालक

उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में परिवहन निगम द्वारा लगाए गए कैंप में 37 ड्राइवर ऐसे मिले जिन्हें एकदम कम दिखता था। उन्हें हटाया गया है। इसी तरह कई चालकों को वीपी, शुगर से ग्रसित मिले, जिनकी दवा कराई जा रही है। अब सभी डिपो में नियमित रूप से हेल्थ चेकअप कराने का निर्देश भी दिया है।

पांच साल से फायदे में निगम

उन्होंने बताया कि परिवहन निगम ही एक ऐसा निगम है जो पांच साल से फायदे में चल रहा है। इस बार करीब 100 करोड़ रुपए का लाभ परिवहन निगम को हुआ है।

Posted By: Inextlive