विमान की लैंडिंग में खलनायक नहीं बनेगा मौसम
बमरौली एयरपोर्ट पर जल्द ही एक्टिव होगा ILS system
रात में भी विमानों के लैंड न होने की समस्या हो जाएगी दूर ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश में सरकार बदलने के बाद बम्हरौली हवाई अड्डे पर अब जल्द ही न सिर्फ बड़े विमानों की लैंडिंग हो सकेगी। बल्कि रात में और मौसम खराब होने पर भी हवाई जहाज की लैंडिंग कराई जा सकेगी। विपरीत परिस्थितियों में भी लैंडिंग कराने वाला आईएलएस सिस्टम अब जल्द ही बम्हरौली हवाई अड्डे पर लगने वाला है। वायु सेना ने आईएलएस लगाने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है। इसके लिए एक्स्ट्रा जमीन की जरूरत नहीं पड़ेगी। आ चुकी है मशीनआईएलएस यानी इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम लगाने के लिए जमीन को लेकर विवाद काफी दिनों से चल रहा है। हाईकोर्ट भी इस मामले में अपना डायरेक्शन दे चुका है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया 1.73 करोड़ रुपये खर्च कर आईएलएस लगाने की मशीन मंगा चुका है। वायु सेना की ओर से जमीन के लिए पहल न किए जाने से मामला अटका हुआ था। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और वायु सेना एक-दूसरे द्वारा जमीन की डिमांड के लिए पहल करने की बात कर रहे थे। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने आईएलएस के लिए करीब एक किलोमीटर लंबाई में और जमीन की जरूरत बताई थी। जमीन अधिग्रहण को लेकर रस्साकसी चल रही थी। अब वायु सेना ने पहल करते हुए अपनी रिपोर्ट दे दी है, जिसमें कहा गया है कि आईएलएस के लिए जमीन अधिग्रहण की जरूरत नहीं पड़ेगी। रनवे के आस-पास वायुसेना की कुछ जमीनें हैं, जिसका उपयोग किया जा सकता है।
बढ़ जाएगी सुविधा इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम लगने के बाद बम्हरौली हवाई अड्डे पर 280 सीट वाले बड़े विमान उतर सकेंगे। रात में हवाई जहाज की लैंडिंग हो सकेगी। कोहरा या धुंध छाए रहने पर भी लैंडिंग में समस्या नहीं होगी। वर्तमान समय में बम्हरौली हवाई अड्डे से केवल दिल्ली के लिए ही 70 सीट वाली फ्लाईट उड़ती है। इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम हमारे पास अवेलेबल है। सिविल एविशन ने रनवे बढ़ाने की रिपोर्ट दी थी। सेना ने अब जमीन अवेलेबल होने की बात कही है। इसलिए जल्द ही आईएलएस लगाने का काम कम्प्लीट कर लिया जाएगा। एसआर मिश्रा डायरेक्टर, एयरपोर्ट अथॉरिटी बम्हरौली हवाई अड्डा