यूपीपीएससी की दर पर होली के दिन भी भूख पर बैठे रहे अभ्यर्थी

आयोग को कॉपियां जांचने के लिए नहीं मिल रहे हैं एक्सपर्ट

लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश की ओर से दिया गया गोलमोल जवाब

ALLAHABAD: ऐसे समय जब रंगों का त्यौहार होली का सुरूर सभी पर छाया था, तब भी कुछ युवक इन रंगीनियों से दूर लोक सेवा आयोग की दर पर न्याय की आस में बिना किसी उल्लास और मस्ती के लगातार नौवें दिन भी भूख हड़ताल पर जमे रहे। उनके इस प्रदर्शन से लोक सेवा आयोग के अफसर भी बेचैन रहे। उन्होंने इस बात का काफी प्रयास किया कि प्रदर्शन में शामिल छात्र त्यौहार के मद्देनजर अनशन समाप्त कर दें। लेकिन अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर टस से मस नहीं हुए।

आयोग ने दिया दो टूक जवाब

गौरतलब है कि सीबीआई जांच में फंसे उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन ने एक बार फिर रिजल्ट के इंतजार में अटके इंजीनियरिंग सेवा के अभ्यर्थियों का दिल तोड़ दिया है। आयोग के सचिव जगदीश ने भूख हड़ताल पर बैठे अभ्यर्थियों से साफ कह दिया है कि वह एई एग्जाम का रिजल्ट मई और जेई का दिसम्बर से पहले नहीं घोषित कर पाएंगे। इसके पीछे कारण एक्सपर्ट का न मिलना बताया जा रहा है।

फरवरी और अप्रैल तक आना था

आयोग सचिव के इस जवाब से अभ्यर्थियों का पारा चढ़ गया है। उनका कहना है कि उनका त्योहार तो बर्बाद हो ही गया है अब तब तक डटे रहेंगे जब तक की रिजल्ट आ नहीं जाता। बता दें कि अनशन में इलाहाबाद समेत दूसरे जनपदों से आए छात्र शामिल हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि एई की करीब 80 फीसदी कॉपियां जांची जा चुकी हैं। जेई की कांपियों का अब तक बंडल ही नहीं खुला है। यह आयोग की घोर लापरवाही है। इससे पहले आयोग के अनुसचिव सुरेन्द्र उपाध्याय ने दिसम्बर 2017 में हुए आन्दोलन के दौरान अभ्यर्थियों को लिखित आश्वासन दिया था कि आयोग 15 फरवरी तक एई और मध्य अप्रैल तक जेई का रिजल्ट घोषित कर देगा। प्रदर्शन में विनय, अजीत सोनकर, दिव्यांशु, विवेक, प्रतीक, हिमांशु, मयंक, धर्मेन्द्र, पंकज आदि बुधवार को भी शामिल रहे।

सम्मिलित राज्य अभियंत्रण परीक्षा 2013 लंबे इन्तजार के बाद 10 से 13 अप्रैल 2016 के बीच कराया गया। परीक्षा के करीब दो साल बाद भी आयोग द्वारा अभी तक परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया जा सका है। अवर अभियंता परीक्षा 2013 का भी परिणाम लंबित है।

बृजेश

आयोग ने हमेशा से इंजिनियरिंग सर्विसेस के साथ सौतेला व्यवहार किया है। इंजीनियरिंग सर्विसेस की पूर्व की जितनी भी परीक्षाएं हुयी हैं। सभी के परिणाम बहुत देर से जारी किये गये। अन्य प्रदेशों में आयोग समस्त परीक्षाओं का परिणाम अधिकतम एक वर्ष में घोषित कर देता है।

अजीत

अबकी बार हम लोगों ने होली पर घर न जाने का फैसला कियौ। हम होली के दिन भी आयोग पर भूख हड़ताल पर बैठे रहे। ये बात सही है कि हमारे घर न जाने से घरवाले भी परेशान हैं। लेकिन हमारे सामने भी मजबूरी थी। अगर अनशन समाप्त कर देते तो आयोग को लापरवाही का एक और मौका मिल जाता।

आनंद कुमार

Posted By: Inextlive