-16 अप्रैल को ऊंचा सद्दीकनगर में हुई भिड़ंत में हुआ था घायल

-एसपी सिटी के साथ हुई भीड़ की तीखी नोकझोंक, आरोप लगाए

क्म् अप्रैल को ऊंचा सद्दीकनगर में हुई भिड़ंत में हुआ था घायल

-एसपी सिटी के साथ हुई भीड़ की तीखी नोकझोंक, आरोप लगाए

Meerut:

Meerut: लिसाड़ी गेट के ऊंचा सद्दीकनगर की भिड़ंत में घायल हुए युवक की उपचार के दौरान आनंद हॉस्पिटल में मौत हो गई। जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट गया। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी का गुस्साए लोगों से तीखी नोकझोक हुई। काफी देर चले हंगामे के बाद आश्वासन मिलने पर मामला शांत हुआ।

एसपी सिटी का घेराव

मवाना निवासी मौलाना अय्यूब ने ऊंचा सद्दीकनगर निवासी बबलू से क्0 हजार रुपये उधार लिए थे। इसी लेनदेन के विवाद को सुलझाने के लिए क्म् अप्रैल ख्0क्ब् की रात लिसाड़ी गेट के ऊंचा सद्दीकनगर में दोनों पक्ष नवाब के आवास पर पहुंचे थे। इस दौरान दोनों पक्षों में भिड़ंत हुई थी। बीच बचाव में आए नवाब और नवाब के रिश्तेदार शहजाद(फ्ख्) पुत्र बुंदू निवासी श्यामनगर को बबलू पक्ष ने मारपीट कर घायल कर दिया गया था। गंभीर रूप से घायल शहजाद को आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गई। परिजनों और स्थानीय लोगों का आनंद अस्पताल पर जमावड़ा लग गया और आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने के कारण हंगामा खड़ा कर दिया। अस्पताल प्रशासन से भी नोकझोंक हुई। सूचना पर एसपी सिटी ओपी सिंह मौके पर पहुंचे तो भीड़ ने उनका घेराव किया। पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

परिजनों में मचा कोहराम

शहजाद की मौत के बाद पत्‍‌नी रूकसाना, बेटा बिलाल(क्ब्), सुहैल(क्फ्), आसिफा(भ्) और रिहान(ब्) का रो-रोकर बुरा हाल था। दोपहर करीब दो बजे पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। मोहल्ले में भी युवकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मुआवजा दिलाने की मांग की गई।

दर्ज हुआ था मुकदमा

फायरिंग और मारपीट के प्रकरण में ऊंचा सद्दीकनगर निवासी बबलू पुत्र हनीफ, भाई सलीम, बेटे इमरान और एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की विवेचना खुद थाना प्रभारी रवेंद्र यादव कर रहे हैं, लेकिन आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई।

मुकदमा हत्या की धाराओं में दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश जारी है। जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

-रूपेश सिंह

सीओ कोतवाली

युवक की मौत के बाद मृतक के परिजन और सैकड़ों लोग अस्पताल पर आए थे। आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर हंगामा किया था और अस्पताल प्रशासन का इससे कोई सरोकार नहीं है।

-मुनेश पंडित

जनसंपर्क अधिकारी, आनंद अस्पताल

Posted By: Inextlive