संसद में महिलाओं के कपड़ों को लेकर जारी कमेंट रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. शुक्रवार को एक बार फिर एक सांसद ने महिलाओं की पोशाकों को लेकर विवादास्‍पद बयान दे डाला.

महिलायें पहनें पारंपरिक कपड़े
आज संसद के भीतर एक सांसद ने अपनी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुये महिलओं पर तंज कसा, जिस पर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. महिलाओं के पहनावे को लेकर TDP सांसद मुरली मोहन के बयान पर शुक्रवार को भी संसद में हंगामा हुआ. हंगामें की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. गौरतलब है कि सांसद एम.मुरली मोहन ने महिलाओं को पारंपरिक कपड़ें पहनने की सलाह दी थी. गुरुवार को जब महिला सुरक्षा से जुडे मुद्दे पर सदन में मौजूद तमाम पार्टियों के सांसद अपनी-अपनी दलील दे रहे थे. इस दौरान जब TDP सांसद मुरली मोहन की बोलने की बारी आयी तो उन्होंने देश में महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सवाल पर अपनी राय देने के बजाये महिलाओं को मर्यादा में रहने की हिदायत दे डाली.
कांग्रेस ने जताया विरोध
मुरली मोहन ने कहा कि भारतीय परंपरा का सम्मान रखते हुये मैं अपनी बहन-बेटियों और लड़कियों से अपील करूंगा कि वे शालीन कपड़ें पहनें. हालांकि बाद में बवाल को बढ़ता देख TDP सांसद ने अपने बयान के लिये माफी भी मांग ली. शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्यों ने TDP सांसद के बयान को लेकर हंगामा शुरू कर दिया और उनके खिलाफ कार्रवाई कर मांग की. शुक्रवार को बैठक की शुरूआत 'भारत छोड़ो आंदोलन' के 72 साल पूरे होने पर देश की आजादी के संघर्ष के दौरान अपने प्राण गंवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके तुरंत बाद कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने कहा कि वह गुरुवार को दूसरे सदन में एक सांसद द्वारा की गई टिप्पणी पर विरोध जताती हैं. उन्होंने कहा कि वह टिप्पणी उस सांसद की मानसिकता जाहिर करती है.  

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari