जीके रहा आसान तो अंग्रेजी का रिटेन टफ
RANCHI: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की असिस्टेंड कमांडेंट की परीक्षा रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुई। राजधानी के सभी 14 केन्द्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। पहली पाली में जीके और रीजनिंग पेपर के एग्जाम हुए, जबकि दूसरी पाली में इंग्लिश की परीक्षा हुई। एग्जाम सेंटरों में मोबाईल, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, बैग या फिर किसी भी प्रकार के गैजेट्स ले जाने की मनाही थी। सभी सेंटरों में सुबह आठ बजे से कैंडिडेट्स का जमावड़ा होने लगा था और केन्द्र का गेट खुलते ही चेकिंग के बाद प्रवेश की अनुमति दी गई। कुल 14 परीक्षा केन्द्रों में 6 हजार 832 कैंडिडेट्स परीक्षा में शामिल हुए।
पहले ऑब्जेक्टिव फिर सब्जेक्टिवपहली पाली में जेनरल एबिलिटी एंड इंटेलीजेंस की 250 अंकों की परीक्षा हुई, जिसमें सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव थे। कैंडिडेट्स को पहला पेपर तो काफी आसान लगा, लेकिन कई प्रश्नों में कन्फ्यूजन पैदा कर दिया था। वहीं दूसरी पाली में जेनरल नॉलेज, निबंध व कांप्रीहेंसन से 200 अंकों के प्रश्न पूछे गए और इस सेक्शन के सभी प्रश्न सब्जेक्टिव थे। कैंडिडेट्स को काफी लिखना पड़ा।
इन सेंटर्स पर हुए एग्जाम -डीएवी गांधीनगर -डीएवी नंदराज -सरस्वती शिशु विद्या मंदिर धुर्वा -सेंट जॉन्स स्कूल -सेंट अन्ना स्कूल -उर्सुलाइन कॉन्वेंट -सेंट अलोइस स्कूल -डीएवी धुर्वा -गोस्सनर हाइस्कूल-गोस्सनर कॉलेज
-सेंट कुलदीप । क्या कहते हैं कैंडिडेट्स एग्जाम अच्छे रहे। जीके में इंटरनेशनल मुद्दों पर भी सवाल पूछे गए थे। कुछ सवालों ने कन्फ्यूज भी किया। वहीं दूसरी पाली में रिटर्न ज्यादा था। -अजित कुमार एग्जाम ठीक गया। क्वेश्चन ईजी थे, रीजनिंग और मैथ्स ने थोड़ा बहुत परेशान किया, लेकिन साइंस के सवालों ने हौसला दिया। - गौरव प्रियदर्शन सेंकेड पेपर में काफी लिखना पड़ा। फर्स्ट पेपर में नेगेटिव मार्किंग का डर ज्यादा था, इसलिए ऑब्जेक्टिव में माथापच्ची करनी पड़ी। -रजनीश आनंद