Gorakhpur : यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन का 26 जून को होने वाला प्री एग्जाम कैंडिडेट्स के लिए मुसीबत का सबब बन गया है. इसका रीजन है कैंडिडेट्स को दूसरे शहरों में दूर-दूर एग्जामिनेशन सेंटर अलॉट करना. गोरखपुर के कैंडिडेट्स को जहां गाजियाबाद में सेंटर दिया गया है वहीं कानपुर के कैंडिडेट्स को गोरखपुर. इसी तरह लखनऊ और अन्य शहरों के कैंडिडेट्स को भी दूसरे शहरों में सेंटर अलॉट हुए हैं. भले ही आयोग ने सेंटर्स में इतना बड़ा फेरबदल नकल रोकने के एम से किया हो लेकिन यह कैंडिडेट्स के लिए मुसीबत बन गया है. इस बार होने वाले एग्जाम में कुल 440500 कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड हैं.

नहीं मिल रहे रिजर्वेशन
15 जून से यूपीपीएससी के एडमिट कार्ड डाउनलोड होना शुरू हुए। गोरखपुर के कैंडिडेट्स को जब पता चला कि उनका सेंटर गाजियाबाद में है तो उन लोगों ने ट्रेन में सीट्स की उपलब्धता देखी। लेकिन किसी भी ट्रेन में उनको सीट नहीं मिल रही। एग्जाम के लिए गोरखपुर से हजारों कैंडिडेट्स को दूसरे शहर जाना है। ऐसे में उनको सेंटर पर पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
सफर में करना पड़ेगा सफर
कैंडिडेट्स के अनुसार इस समय बरसात भी जोरों पर है। ऐसे में उनके लिए बस से जर्नी करना भी मुश्किल भरा होगा। सबसे अधिक परेशान तो फीमेल कैंडिडेट्स हैं, मैक्सिमम फीमेल कैंडिडेट्स को अपने गार्जियन्स के साथ जाना है। इनका कहना है कि अगर टिकट ही न मिला तो वह कैसे जाएंगे। अगर उनको पहले से पता होता कि सेंटर किस शहर जाना है तो वह रिजर्वेशन करा लेते। फिर अगर सेंटर दूसरे शहर में भेजे ही जाने थे तो आस पास के शहर में भेजे जाने चाहिए थे।
एक दिन पहले ही पहुंचना होगा दूसरे शहर
एग्जाम 26 जून को सुबह 9.30 बजे से है। सेंटर पर कैंडिडेट्स को और पहले पहुंचना होगा इसलिए कैंडिडेट्स को कम से कम एक दिन पहले उस शहर पहुंचना मजबूरी है जहां उनका सेंटर पड़ा है। क्योंकि अगर वह सेम डे पहुंचने वाली ट्रेन से जाते हैं तो यह रिस्क बना रहेगा कि कहीं लेट न हो जाएं।
जिस तरह से इतनी दूर सेंटर बनाए हैं, वहां पहुंचने में प्रॉब्लम आएगी। फीमेल कैंडिडेट्स को तो गार्जियन के साथ जाना होगा। इस एग्जाम की डेट पोस्टपोन होनी चाहिए जिससे कैंडिडेट्स को ट्रेन में टिकट कराने का मौका मिल सके।
विजय लक्ष्मी
एग्जाम के टाइम ऑलरेडी टेंशन होता है। उस पर यह नया टेंशन हो गया है। अगर सिटी चेंज करनी ही थी तो जो नियरेस्ट सिटी हो वहां सेंटर अलॉट किया जाना चाहिए थ। सेंटर अलॉटमेंट में स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम्स पर ध्यान नहीं दिया गया।
मणि हर्ष
एंड मूमेंट पर किसी ट्रेन में टिकट नहीं मिल रहा। ऊपर से मौसम भी खराब है। ऐसे में कैंडिडेट्स के लिए दूसरे शहर पहुंचने में प्रॉब्लम आएगी। हो सकता है कि बहुत से कैंडिडेट्स एग्जाम में अपीयर ही न हो पाएं।
आलोक पांडेय
सेंटर दूसरे शहर शिफ्ट करने से नकल को रोकने में आसानी होगी और एग्जाम में शुचिता आएगी। वैसे भी कैंडिडेट्स को सेंटर च्वॉइस की परमीशन नहीं थी। कई बार एक शहर में सारे कैंडिडेट्स एडजस्ट नहीं हो पाते इसलिए भी दूसरी जगह शिफ्ट करना मजबूरी होती है।
पीएन दूबे, एग्जामिनेशन कंट्रोलर, यूपीपीएससी
कैंडिडेट्स इस समय काफी परेशान हैं। आयोग को सेंटर चेंज से पहले इस बाद का ध्यान रखना चाहिए था कि कैंडिडेट्स को परेशानी न हो। फीमेल कैंडिडेट्स तक को दूर शहरों में सेंटर अलॉट हुए हैं।
सुधीर जे मिश्रा, सीओओ, कैरियर लांचर

 

report by : shailesh.arora@inext.co.in

Posted By: Inextlive