हिन्दी उर्दू साहित्य अवार्ड एकेडमी के 23वें अन्र्तराष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन में पहुंचे नादिरा जहीर बब्बर और नवाब आरजू न्यायमूर्ति काटजू ने मीडिया के रवैये पर उठाया सवाल


Lucknow: लखनऊ अदम और अदीबों का मरकज कहा जाता है और कई बार कुछ शामें हमें उस दौर में पहुंचा भी देती हैं। रविवार की शाम भी कुछ ऐसे ही खास रंग में सजाई गई थी। हिन्दी उर्दू साहित्य अवार्ड एकेडमी के 23वें अन्तरराष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन का आयोजन रवीन्द्रालय में किया गया जहां प्रदेश की कई नामचीन हस्तियों के साथ फिल्मी थियेटर हस्तियों सम्मान से नवाज गया। सम्मान की महफिल के बाद मुशायरे का आयोजन हुआ जिसमें उर्दू, हिन्दी के तमाम शायरों ने अपने कलाम पेश किये।
मिला सम्मान
इस शाम का आगाज साहित्य शिरोमणि सम्मान से किया गया जिसके लिए डॉ सूर्य प्रसाद दीक्षित, प्रो। इंछनाथ चौधरी, डॉ पूरन चन्द टण्डन, डॉ अब्दुल बिस्मिल्लाह को सम्मान से नवाजा गया, साहित्य श्री सम्मान मिला एसएन लाल और राजेन्द्र पण्डित को। उर्दू साहित्य में विशिष्ट योगदान के लिए डॉ अनीस अशफाक, केवल धीर, काजी लताफत हुसैन, डॉ सुनरत नाहीद के साथ फिल्म जगत के जाने माने गीतकार नवाब आरजू को सम्मान से नवाजा गया.
इन सबके बीच थियेटर फिल्म आर्टिस्ट नादिरा जहीर बब्बर को विशेष सम्मान से नवाजा गया। मंच पर कई जानी मानी हस्तियों के साथ न्यायमूर्ति मार्कण्ड काटजू ने सभी को सम्मान से नवाजा।
लखनऊ पर सीरियल
अहसासों में लफ्जों को पिरोकर शेर कहता हूं, अदब की महफिलों में मैं अदाकारी नहीं करता फिल्म जगत और अदब की महफिलों पर बात करते हुए फिल्म गीतकार नवाब आरजू अपनी यही लाइने बोलते हैं। नवाब आरजू कहते हैं कि वो जल्द ही लखनऊ पर एक सीरियल बनाने जा रहे हैं, एक चैनल के लिए। जिसकी कहानी एक मुस्लिम परिवार के ईद गिर्द होगी.
फिलहाल बड़े अच्छे लगते हैं सौभाग्यवती भवा जैसे टीवी शोज में उनके गीत आ ही रहे हैं और इसके साथ जल्द ही धूप का दरिया एक किताब आने वाली है। वहीं न्यायमूर्ति काटजू ने अन्ना पर बात करते हुए कहा कि मीडिया जिस चीज को चाहती है हाइप दे देती है और अन्ना के मामले में भी यही हुआ है। मीडिया बेराजगारी, भुखमरी जैसे मुद्दों को नहीं उठाती सितारों, क्रिकेटर क्या कर रहे हैं बस वो ही दिखाती है।
चांदनी में रात भर सारा जहां अच्छा लगा, धूप जब फैली तो अपना ही मकां अच्छा लगा अनवर जलाल पुरी की इन लाइनों के साथ ही महफिल सिमट गई.

Posted By: Inextlive