- देर शाम सजी मीलाद-ए-पाक की शायराना महफिल, फनकारों ने बांधा समां

BAREILLY:

परचम कुशाई की रस्म से मंडे को उर्स-ए-शाहदाना वली का आगाज हो गया। नमाज-ए-फज्र के बाद दरगाह शाहदना वली रमतुल्लाह अलैह का उर्स शुरू किया गया। अकीदतमंदों ने मजार पर मन्नत मुरादों की चादरें पेश कर दुआएं मांगी। मलूकपुर लाल मस्जिद से दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन अल्हाज मौलाना अहसन रजा खां कादरी की सरपरस्ती में परचम कुशाई का जुलूस दरगाह पर पहुंचा। हजरत अहसन मियां ने परचम कुशाई की रस्म अदा की। मजार पर लोगों ने आयोजित महफिल में अकीदत के साथ हिस्सा लिया और मुल्क व कौम की सलामती की दुआ मांगी। शाहदाना वली की दरगाह पर दिनभर लोगों का चादर चढ़ाने का सिलसिला चलता रहा।

मुशायरे ने बांधा समां

मगरिब की नमाज के बाद मीलाद-ए-पाक का नजराना पेश किया गया। दरगाह के मुतवल्ली अब्दुल वाजिद खां उर्फ बब्बू मियां ने मीलादे पाक नजराना पेश कर मजार पर गुलपोशी की रस्म अदा की। इशां की नमाज के बाद मुशायरे की शायराना महफिल हजरत मौलाना तौकीर रजा खां की सदारत में शुरू हुई। मीडिया प्रभारी वसी अहमद वारसी ने बताया कि मुशायरे में नवाब अख्तर, नश्तर बरेलवी, खालिद नदीम बदायूं, अब्दुल अजीज, चंदा मियां ने अपने कलाम से बुजुर्ग शख्सियतों को खिराज-ए-अकीदत पेश की। दरगाह पर मुशायरा देर रात तक चलता रहा। कार्यक्रम के दौरान हज सेवा समिति के महासचिव तसव्वुर हुसैन, प्रभारी काजी उवैस अहमद मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive