अमेरिका के एक कॉन्‍ट्रैक्‍टर पर यहां एक सरकार द्वारा फाइनेंस स्‍कीम को गैरकानूनी तौर पर भारत के एक सब कॉन्‍ट्रैक्‍टर को सौंपने के आरोप में 31 लाख डॉलर लगभग 21 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने का आदेश दिया है।

जांच में करेंगे पूरा सहयोग
इस मामले से जुड़े संबंधित विभागों ने कहा कि भारतीय कंपनी ने जांच में स्वेच्छा से पूरा सहयोग किया और वह इस बात से वाकिफ नहीं थी कि उसे यह काम इललीगल तौर पर सौंपा गया है। एजेंसियों का कहना है कि भारतीय कंपनी को इस बारे में जानकारी नहीं थी कि उसे अवैध तरीके से यह काम दिया गया था। हालांकि कंपनी ने अमेरिकी एजेंसियों से जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही है।

यह है पूरा मामला

फोकस्ड टेक्नोलाजीस इमेजिंग सर्विसेज के एकमात्र स्वामी और पूर्व सह-स्वामी जूली बेनवेयर ने स्वीकार किया है कि उन्होंने 2008-2009 में मुंबई के एक सब-कॉन्ट्रैक्टर को काम आउटसोर्स कर कानून का उल्लंघन किया है। यही नहीं एक समझौते के तहत उन्होंने जुर्माना और शुल्क अदा करने पर सहमति जताई।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari