अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट में काम करने वाले सऊदी अरब के वरिष्ठ पत्रकार जमाल खाशोग्गी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। अखबार का कहना है की इस मामले में अमेरिका को सऊदी अरब से जवाब मांगने की जरुरत है।

वाशिंगटन (एएफपी)। वाशिंगटन पोस्ट ने रविवार को कहा कि अमेरिका को पत्रकार जमाल खाशोग्गी की कथित हत्या के बारे में सऊदी अरब से जवाब मांगना चाहिए और यदि सहयोग की कमी हो तो किंगडम को दंडित करना चाहिए। जमाल खाशोग्गी सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बड़े आलोचक थे और वे अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट में बतौर कॉंट्रिब्यूटर काम करते थे। मीडिया में आई खबरों के अनुसार, जमाल इस्तांबुल स्थित वाणिज्य दूतावास में मंगलवार को अपने तलाक के दस्तावेजो को लेने के लिए गए थे और सऊदी अधिकारियों से मिलने के बाद वे गायब हो गए। तुर्की सरकार के एक सूत्र ने कहा कि पुलिस का मानना ​​है कि पत्रकार की हत्या कर दी गई है।
जमाल के साथ सऊदी अधिकारी थे मौजूद
अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा, 'अमेरिका को अब खाशोग्गी के लापता होने से जुड़ी सभी तथ्यों को जुटाने का एक ठोस प्रयास करना चाहिए, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रिंस मोहम्मद को अपना पसंदीदा सहयोगी माना है,  इसी लिहाज से सऊदी अरब पर इस हत्या से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी इकठ्ठा करने के लिए दबाव बनाना चाहिए।' अखबर ने कहा, 'यदि क्राउन प्रिंस का पूरा सहयोग नहीं मिलता है, तो कांग्रेस को पहले कदम के रूप में किंगडम से सभी सैन्य सहयोग को निलंबित कर देना चाहिए।' इसके अलावा अखबार ने यह भी कहा कि रियाद को लगभग 15 सऊदी नागरिकों की उपस्थिति बारे में व्याख्या करनी चाहिए जो इस्तांबुल गए थे और जमाल के साथ-साथ वाणिज्य दूतावास में मौजूद थे। बता दें कि 15 सऊदी नागरिकों में कुछ बड़े अधिकारी शामिल थे।
सुरक्षित हो सकते हैं जमाल
वाशिंगटन पोस्ट ने कहा, 'हम अभी भी इस उम्मीद में है कि जमाल सुरक्षित होंगे और जल्द ही अपने काम पर वापस लौटेंगे, अगर उनकी हत्या की रिपोर्ट सही साबित होती है, तो उन लोगों पर कार्रवाई होना चाहिए जिन्होंने हत्या की और जिसने इसका आदेश दिया।' बता दें कि 59 वर्षीय जमाल, एक पूर्व सरकारी सलाहकार हैं और ये राजकुमार मोहम्मद की कुछ नीतियों और यमन में हुए युद्ध में रियाद के हस्तक्षेप की आलोचना की थी। वह अपने गिरफ्तारी से बचने के लिए पिछले साल से अमेरिका में रह रहे थे और अमेरिकी अखबार के लिए सऊदी मामलों पर कॉलम लिखते थे।

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Posted By: Mukul Kumar