अमरीका ने दाऊद इब्राहिम के दो साथियों - छोटा शकील और टाईगर मेनन पर मादक पदार्थों की तस्करी में उनकी भूमिका के चलते प्रतिबंध लगा दिया है.

अमरीकी वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय ने दाऊद इब्राहिम के आपराधिक संगठन में छोटा शकील और इब्राहिम 'टाइगर' मेनन की भूमिका को लेकर इनपर प्रतिबंधित लगाया है। दाऊद इब्राहिम के संगठन को 'डी कंपनी' के नाम से भी जाना जाता है।

एक बयान में कार्यालय ने कहा कि मुंबई में पैदा हुए 57-वर्षीय छोटा शकील आपराधिक संस्थान 'डी' कंपनी चलाने वाले दाऊद के दाहिने हाथ हैं जो इस कंपनी के लिए अन्य 'आपराधिक और आतंकी संगठनों' से गठजोड़ करते हैं।

उसका यह भी कहना है कि 52-वर्षीय मेनन दाऊद के दूसरे विश्वसनीय साथी हैं, जो दक्षिण एशिया में 'डी कंपनी' के व्यापार को देखते हैं और जिसकी साल 1993 के मुंबई धमाकों के मामले में भारत को तलाश है। इन धमाकों में 250 से अधिक लोग मारे गए थे।

विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय के निदेशक एडम जूबिन ने कहा, ''वित्त विभाग दक्षिण एशिया में अपराध और आतंकवाद के घटजोड़ पर पैनी नजर रखता है और आज की कार्रवाई दुनिया के सबसे बदनाम आपराधिक संगठनों में से एक के विरूद्ध है.''

पाबंदी

इस कार्रवाई का मतलब है कि कोई भी अमरीकी नागिरक दोनों प्रतिबंधित व्यक्ति के साथ किसी तरह का कोई व्यापारिक संबंध नहीं बना या रख सकता है। अगर अमरीकी में इन दोनों लोगों की कोई संपत्ति है तो वह जब्त मानी जाएगी।

वित्त विभाग का कहना है कि दाऊद और उनका संगठन 1980 के दशक से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नशीले और मादक पदार्थों की तस्करी में लगे हैं और तस्करी के लिए उनका रूट दक्षिण और मध्य एशिया और अफ्रीका है। इंटरपोल ने पहले से शकील और मेमन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट या 'रेड नोटिस' जारी कर रखे हैं।

गौरतलब है कि पिछले महीने अमरीका ने पाकिस्तान में सक्रिय संगठन 'जमात उद दावा' के प्रमुख हाफिज सईद पर करीब 50 करोड़ रुपए (एक करोड़ डॉलर) का इनाम रखा था। अमरीका ने यह इनाम हाफिज सईद को पकड़ने या पकड़ने में मदद करने वाली जानकारी देने के लिए रखा था। भारत हाफिज सईद को 26 नवंबर को मुंबई पर हुए हमले का 'मास्टरमाइंड' बताता रहा है।

Posted By: Inextlive