राष्ट्रपति मून जेए-इन ने बुधवार को दोनों कोरियाई देशों के बीच होने वाले शांति समझौते के तहत दक्षिण कोरिया में तैनात अमरीकी सैनिकों को हटाने के विचार को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि प्योंगयांग के साथ समझौता और इस मुद्दे का कोई लेना-देना नहीं है।


दक्षिण कोरिया में अमरीकी सैनिकसीओल, (आइएएनएस)। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेए-इन के प्रवक्ता किम यूई-कायओम के मुताबिक मून ने कहा है कि अमरीकी फोर्सेज कोरिया (यूएसएफके) दक्षिण कोरिया-अमरीकी गठबंधन का मामला है। शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के साथ इसका कोई लेना-देना नहीं है। दोनों दशों के बीच शांति हस्ताक्षरबता दें कि शुक्रवार को पनमुंजम के सीमावर्ती गांव में आयोजित एक ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति मून और उत्तरी कोरियाई तानाशाह किम जोंग औपचारिक रूप से संयुक्त शांति समझौते पर हस्ताक्षर के लिए सहमत हुए। इस समझौते के तहत दोनों कोरियाई देश साल 1950-53 में हुए युद्ध को भुलाकर एक साथ नजर आयेंगे। राष्ट्रपति के सलाहकार मून चुंग-इन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यदि शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए तो दक्षिण कोरिया में तैनात अमेरिकी सेनाओं के साथ क्या होगा इसके बारे में कुछ कहना थोड़ा मुश्किल होगा।"
इतने दिनों से अमरीकी सैनिक तैनात


बता दें कि 1953 में युद्ध समाप्त होने के बाद से लेकर अब तक एक सुरक्षा समझौते के तहत दक्षिण कोरिया में करीब 29, 000 अमरीकी सैनिक तैनात हैं। हालांकि, राष्ट्रपति कार्यालय के एक अधिकारी चेओंग वा डे ने अमेरिकी सैनिकों की वापसी की संभावना को खारिज कर दिया, उन्होंने कहा कि अमरीकी सैनिक देश में मध्यस्थ के रूप में काम करने के साथ आसपास के कई शक्तिशाली देशों से हमारी रक्षा कर रहे हैं।

Posted By: Mukul Kumar