उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि पूरे काशी क्षेत्र को विकास और पर्यटन के मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने सोमवार देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में इसका ऐलान किया।


लखनऊ (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने मंत्रियों और क्षेत्र के चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की और उनकी प्रतिक्रिया ली। बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वाराणसी को आधुनिक विकास के साथ धर्म और आध्यात्मिकता के परिपूर्ण मिश्रण से वैश्विक पहचान मिली है। पूरे काशी क्षेत्र को विकास और पर्यटन के मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाराणसी तेजी से कृषि निर्यात, रेशम और हथकरघा उत्पादन और निर्यात, स्वास्थ्य और पर्यटन के केंद्र के रूप में उभर रहा है। पर्यटकों को काशी की यात्रा करने की सुविधा प्रदान की
सीएम योगी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान राज्य में एक रिकॉर्ड विकास कार्य हुआ है, लेकिन केंद्र और राज्य के समन्वित प्रयासों संग पीएम की विशेष रुचि ने वाराणसी में अभूतपूर्व बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित किया है। यहां पर मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी सड़क, वायु और रेल मार्ग से दुनिया भर के पर्यटकों को काशी की यात्रा करने की सुविधा प्रदान की है। काशी को भगवान शिव का निवास कहा जाता है। पर्यटन के मद्देनजर धरोहर स्थल, घाटों का पुनरुद्धार और 84 घाटों सुधार, काशी विश्वनाथ मंदिर और घाटों का सांस्कृतिक उत्थान, दशाश्वमेध घाट में पर्यटन सुविधाओं और बाजार परिसर के विकास के जैसे विकास कार्य वाराणसी में किए गए हैं। राज्य में एक्सप्रेसवे का नेटवर्क समग्र विकास को गति देगामुख्यमंत्री ने वाराणसी, जौनपुर और गाजीपुर में अटल मिशन फॉर रेजुवेनशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन योजना के तहत सीवर परियोजनाओं को गति देने को कहा है। इसके तहत पार्कों के निर्माण और सौंदर्यीकरण का काम किया जा रहा है। राज्य में एक्सप्रेसवे का नेटवर्क समग्र विकास को गति देगा। गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश और राज्य के बुनियादी ढांचे को एक नया आयाम देगा। काम की गुणवत्ता और सभी परियोजनाओं के समय-समय पर रखरखाव पर जोर देते हुए कहा कि विकास कार्यों में किसी भी तरह की देरी अनावश्यक रूप से परियोजना लागत को बढ़ाती है। सभी गुणवत्ता मानदंडों का पालन करते हुए इसे निश्चित समय पर किया जाना चाहिए।

Posted By: Shweta Mishra