उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार के कोविड महामारी के बेहतर प्रबंधन के दावे झूठे हैं। योगी सरकार ने आंकड़ों में हेराफेरी की है। उन्होंने सीएम योगी तारीफ करने वाले वाले रक्षा मंत्री से भी पूछा कि क्या उन्हें अपनी संसदीय सीट लखनऊ सहित राज्य भर के श्मशानों में चिताओं से उठती लपटें नहीं दिखाई दे रही हैं।


लखनऊ (आईएएनएस)। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा कांग्रेस नेताओं द्वारा 'अनुचित' बयानों पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखे जाने के एक दिन बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार काे आड़े हाथों लिया। लल्लू ने न केवल कोविड महामारी के प्रबंधन पर राज्य सरकार के दावों को झूठा बताया बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आंकड़ों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा योगी आदित्यनाथ सरकार के कोविड प्रबंधन की सराहना के स्पष्ट संदर्भ में कहा कि सरकार की शिथिलता के कारण, लाशों का एक 'मीनार' (टॉवर) है, और इसकी प्रशंसा हो रही है। राज्य में एक 'लाशों की मीनार' खड़ी हो गई है। राज्य में न कोई टीके हैं, न कोई ऑक्सीजन है, न कोई दवाई है।राजनाथ सिंह ने संवेदनशीलता की कमी दिखाई


रक्षा मंत्री जो आंकड़ों की धज्जियां उड़ाने में लगे मुख्यमंत्री की प्रशंसा कर रहे हैं, अपने स्वयं के संसदीय क्षेत्र लखनऊ और राज्य के अन्य श्मशानों में चिताओं से उठती लपटों को नहीं देख रहे हैं। क्या वह ऑक्सीजन की कमी और दवाओं की कमी से हुई मौतों को नहीं देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए संवेदनशीलता की कमी दिखाई। इससे पहले राजनाथ ने दावा किया था कि डब्ल्यूएचओ ने भी उत्तर प्रदेश सरकार के कामकाज की प्रशंसा की है। यह कोई छोटी बात नहीं है। डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को ट्वीट में कहा, 'भारत के सबसे घनी आबादी वाले राज्‍य उत्तर प्रदेश में राज्‍य सरकार ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 के मामलों का पता घर-घर जाकर लगा रही है और तेजी से आइसोलेशन, रोग प्रबंधन और संपर्कों का पता कर इसका प्रसार रोक रही है। लल्लू के बयान को 'गैर-जिम्मेदाराना' करार दिया

इस बीच, राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने लल्लू के बयान को 'गैर-जिम्मेदाराना' करार दिया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को 'आदतन झूठे' करार दिया और कहा कि कांग्रेस के नेता मदद करने के बजाय कोविड मरीजों को गुमराह कर रहे हैं।कांग्रेस नेता कभी-कभी टीके के बारे में भ्रम फैलाते हैं और कभी-कभी वे गांवों में सरकार के परीक्षण अभियान पर सवाल उठाते हैं। कांग्रेस नेताओं के गैर-जिम्मेदाराना बयानों के कारण जनता भ्रमित हो रही है। दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि राज्य में जिस तरह से कोरोना वायरस ने उत्तर प्रदेश के गांवों को प्रभावित किया है वह चिंताजनक है। दवाओं, ऑक्सीजन और उपचार की कमी के कारण लोगों की जान जोखिम में है। राज्य सरकार अभी भी स्थिति की भयावहता को स्वीकार नहीं कर रही है।

Posted By: Shweta Mishra