यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद हाथरस की घटना की जांच कर रही एसआईटी को रिपोर्ट साैंपने को दिया गया समय 10 दिन और बढ़ा दिया गया है। कथित हाथरस सामूहिक दुष्कर्म मामले में एसआईटी जांच का आदेश मुख्यमंत्री ने दिया था। यह मामला काफी चर्चा में है।


लखनऊ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के चर्चित हाथरस कथित सामूहिक दुष्कर्म और माैत मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) जांच कर रही है। इस संबंध में गृह विभाग के राज्य अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश के अवस्थी ने कहा कि टीम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार आज जांच रिपोर्ट सौंपनी थी, लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश पर टीम की जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। हाथरस मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम को अपनी रिपोर्ट देने के लिए 10 दिन का और समय दिया गया है। गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय टीम मामले की जांच कर रही है। एसआईटी पीड़िता के परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज करने के लिए रविवार सुबह पीड़िता के आवास पर पहुंची थी।चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात
यूपी सरकार ने सोमवार को पीड़िता के परिवार की मांगों को स्वीकार कर लिया है। पीड़िता के घर के बाहर चौबीस घंटे कड़ी सुरक्षा है। दो महिला उप-निरीक्षक (एसआई) और छह महिला कांस्टेबल वहां तैनात हैं। पीड़ित के भाई की सुरक्षा में दो सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। पीएसी के जवान भी घर के बाहर डेरा डाले हुए हैं। 15 पुलिस कर्मियों, तीन स्टेशन हाउस ऑफिसर्स और एक पुलिस उपाधीक्षक किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव में तैनात हैं। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की माैतपहली रिपोर्ट के आधार पर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के पुलिस अधीक्षक, डीएसपी और कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों को पहले ही निलंबित कर दिया है। उनके पॉलीग्राफ और नारकोनेलिसिस परीक्षणों की सिफारिश की गई है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की भी सिफारिश की है। बता दें कि हाथरस में 19 वर्षीय युवती की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी।

Posted By: Shweta Mishra