- नगर निगम ने यमुना की तलहटी में 38 हजार पौधे रोपे जाने का दावा

- 9 अगस्त को अफसरों ने पौधारोपण के साथ कराए थे फोटो सेंशन

आगरा। यमुना की तलहटी में रोपे गए 38 हजार पौधों का रिकॉर्ड सिर्फ 13 दिन में नष्ट हो गया। 9 अगस्त 2019 को नगर निगम के अफसरों ने यमुना की तहलटी में पौधारोपण कर फोटो सेंशन कराए थे। लेकिन न तो ट्रीगार्ड लगाए, न ही उनके रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसके चलते 13 दिन में ही नष्ट हो गए। कुछ को अवारा मवेशी चर गए, बचे यमुना जल प्रवाह में बह गए। जब इस बारे में जिम्मेदारों से पूछा गया, तो वे गोलमोल जबाव देकर टाल गए। पेश है अफसरों की लापरवाही को उजागर करती ये रिपोर्ट

नगर निगम को मिला था 79 हजार 816 पौधारोपण का लक्ष्य

पौधारोपण के महाकुंभ में प्रदेश में 22 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसमें जिले में 26 विभागों को 28 लाख 57 हजार 656 पौधे रोपने का लक्ष्य दिया गया था। इसमें नगर निगम को 79 हजार 816 पौधे रोपने का लक्ष्य मिला था। इसमें नगर निगम के अफसरों ने यमुना में 38 हजार पौधे रोपने का दावा किया था।

फोटो सेंशन तक सीमित रह गया पौधारोपण

पौधारोपण का काम अफसरों के फोटो सेंशन तक ही सीमित रह गया। इस बारे में डीएफओ मनीष मित्तल ने बताया कि हर विभाग की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है। इसमें पौधारोपण के बाद उनका संरक्षण और देखभाल की जिम्मेदारी भी उसी विभाग की होती है। लेकिन नगर निगम के अफसरों ने ऐसा नहीं किया।

इन बिन्दुओं पर सामने आयी लापरवाही

- पौधारोपण के लिए यमुना के डूब क्षेत्र का चयन किया गया।

- पहले रोपे गए पौधे नष्ट होने के बाद भी सबक नहीं लिया गया।

- पौधारोपण के समय पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड नहीं लगाए गए।

- ट्री गार्ड न लगने से अवारा मवेशी पौधों को चर गए।

- पौधारोपण के समय फोटो तो सेंशन कराए, फिर उसके बाद मुड़कर नहीं देखा।

- फोटो सेंशन कराने के बाद प्राइवेट लोगों के हाथ में कमान सौंप दी।

- जिम्मेदारों द्वारा कोई मॉनीटरिंग नहीं की गई।

पौधारोपण समिति के समक्ष रखा जाएगा मामला

अफसरों की इस लापरवाही को पौधारोपण समिति के समक्ष रखा जाएगा। डीएफओ ने बताया कि पौधारोपण के भौतिक सत्यापन का काम थर्ड पार्टी करेगी। जो शासन द्वारा तय की जाएगी।

गत वर्ष आगरा मंडल में इतने पौधे लगाए गए

मंडल पौधारोपण की संख्या

आगरा 1086735

मैनपुरी 972788

मथुरा 640980

फीरोजाबाद 1857199

जिम्मेदारों से सीधे सवाल

अपर नगर आयुक्त से सवाल-जवाब

सवाल: यमुना की तलहटी में पौधे रोपे गए थे, ट्री गार्ड नहीं लगाए गए, इसके कारण पौधों को अवारा मवेशी चर गए।

जबाव: ऐसा नहीं है अभी मुझे इस बारे में जानकारी नहीं, मैं इस बारे में जानकारी करने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा।

जिम्मेदारों से दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट के सीधे सवाल

पौधारोपण में बरती गई। लापरवाही के बारे में नगर निगम के अपर आयुक्त केबी सिंह से बातचीत की, तो उन्होंने जबाव कुछ इस तरह से दिए।

सवाल: पौधे यमुना की तलहटी में रोपे गए, पानी भी सब बह गए।

जबाव: ऐसा नहीं है, क्या आपने ऐसा देखा है। इसकी जानकारी करवाते हैं।

सवाल: जब पौधे ही नष्ट हो गए तो लक्ष्य कैसे पूरा होगा?

जबाव: कोई जबाव नहीं दिया चुप्पी साध ली।

पौधारोपण समिति में रखा जाएगा मामला- डीएफओ

इस बारे में डीएफओ मनीष मित्तल से बातचीत की गई, तो उन्होंने मामले को पौधारोण समिति के समक्ष लाने की बात कही गई।

सवाल: नगर निगम द्वारा यमुना की तलहटी में पौधारोण किया था, सब नष्ट हो गए।

जबाव: जो विभाग पौधारोपण करता है। पौधों के रखरखाव और मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी भी उसकी होती है।

सवाल: इस प्रकार तो ये लापरवाही है, पौधारोपण के मामले में

जबाव: आपने बताया है, तो इसको दिखवाया जाएगा। फिर पौधारोपण समिति के समक्ष इस मामले को लाया जाएगा। डीएम को भी अवगत कराया जाएगा। अभी पौधारोपण का थर्ड पार्टी ऑडिट भी कराया जाएगा। लखनऊ से गाइडलाइन आने वालीं हैं।

Posted By: Inextlive