रामलला प्राण प्रतिष्ठा के लिए डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में 22 से 26 जनवरी तक 'दीपावली' जैसा उत्सव मनाया जाएगा. भवनों पर लाइङ्क्षटग की जाएगी. इससे पहले 14 से 21 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलेगा. शासन के निर्देश पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा कमेटी गठित की गई है.


आगरा(ब्यूरो)। कुलसचिव डॉ। राजीव कुमार ने बताया कि शासन ने यूनिवर्सिटी एवं कॉलेजों में 14 से 21 जनवरी तक स्वच्छता का विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। 22 से 26 जनवरी के बीच यूनिवर्सिटी और कॉलेजमहाविद्यालयों में भवनों पर लाइङ्क्षटग होगी। 22 जनवरी को विश्वविद्यालय में कार्यक्रम होंगे।

शासन से मिले निर्देश

उत्तर प्रदेश दिवस पर भी कार्यक्रम होंगे। दाऊदयाल संस्थान के निदेशक प्रो। संतोष बिहारी शर्मा, सेठ पदमचंद जैन संस्थान के निदेशक प्रो। बृजेश रावत, इंस्टीट््यूट आफ इंजीनियङ्क्षरग टेक्नोलॉजी के निदेशक प्रो। मनुप्रताप के साथ दाऊदयाल संस्थान के डॉ। केके पचौरी की कमेटी बनाई गई है।

डाक्टर पर्चे पर भी राम
श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा की गूंज के बीच डॉक्टर पर्चे पर आरएक्स (लैटिन भाषा का परामर्श संकेत) को डॉक्टर बदलने लगे हैं। पर्चे पर राम (आरएएम) लिख रहे हैं। डॉक्टर तर्क दे रहे हैं राम खिलने से सकारात्मक विचार आएंगे। डॉक्टर पर्चे पर आरएक्स लिखने के बाद दवा लिखते हैं। यह लैटिन भाषा का संकेत है, इसका मतलब रेस्ट ऑन गॉड है यानी ईश्वर जानें। ऐसे में जब श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियां चल रही हैं तो चिकित्सकों ने पर्चे पर आरएक्स की जगह राम लिखना शुरू कर दिया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए, उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष ईएनटी विशेषज्ञ डॉ। आलोक मित्तल ने बताया कि पर्चे पर पहली बार आरएक्स की जगह आरएएम लिखने में सहज लगा, मरीज को भी इसके बारे में बताया। ऐसा महसूस हुआ कि राम लिखने से सकारात्मक विचार आएंगे। मरीज के ठीक होने के लिए सकारात्मक विचार बहुत जरूरी हैं।

Posted By: Inextlive