AGRA: जनपद में पंचायत चुनाव के पहले चरण के तहत जिला पंचायत के 234 और क्षेत्र पंचायत के लिए 1854 कुल 2088 प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटिकाओं में बंद हो गई। रविवार को एत्मादपुर और फतेहाबाद तहसील के खंदौली, एत्मादपुर, शमशाबाद और फतेहाबाद विकास खंडों में मतदान हुआ। कुल 67 फीसदी मतदान हुआ।

इन विकास खंडों में था मतदान

एत्मादपुर में 467 क्षेत्र पंचायत और 81 जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी मैदान में थे। इनके लिए 119502 मतदाताओं में से मात्र 68 प्रतिशत मतदान किया। खंदौली में 569 क्षेत्र पंचायत और 45 जिला पंचायत सदस्यों के लिए 129742 मतदाताओं में से 73 प्रतिशत ने मतदान किया। शमसाबाद में 471 क्षेत्र पंचायत और 64 जिला पंचायत सदस्यों के लिए 155746 मतदाताओं में से 64 प्रतिशत ने मताधिकार का प्रयोग किया। फतेहाबाद में 347 क्षेत्र पंचायत और 44 जिला पंचायत सदस्यों के लिए 150269 मतदाताओं में से 63 प्रतिशत मतदान डालने केंद्रों पर पहुंचे।

खंदौली में सर्वाधिक वोटिंग

जनपद के चारों विकास खंडों में कुल 67 फीसदी वोटिंग हुई। खंदौली विकास खंड में सबसे ज्यादा मतदान 73 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरे स्थान पर एत्मादपुर 68 प्रतिशत, तीसरे स्थान पर शमशाबाद 64 प्रतिशत और फतेहाबाद चौथे स्थान पर 63 प्रतिशत के साथ रहा।

देखने को मिला उत्साह

मतदान को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। समीक्षा तिवारी प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक हैं। वे विकलांग हैं। बावजूद इसके वे अकेले ही वोट करने स्कूटी से मतदान केंद्र बरहन पहुंची। वहीं महारानी काफी बीमार थीं। बावजूद इसके उन्हें गोदी में लेकर उनका बेटा वोट दिलाने के लिए खंदौली के नगला बमान लेकर पहुंचा। उसका कहना था कि वह वोट देने के लिए तैयार रहतीं हैं। थाना बरहन के गांव जमाल नगर भैंस में शाम पांच बजे के बाद बाहर के लोग वोट डालने के लिए पहुंचे। उन पर एजेंटों ने आपत्ति दर्ज की, जिसकी शिकायत एसडीएम और सीओ एत्मादपुर से की गई। उन्होंने फोर्स भेजकर उन्हें समय का हवाला देते हुए बाहर कर दिया। नगला स्वरूप में भी पहुंचे समय के बाद वोट डालने के लिए।

पुलिस की लाठी से युवक घायल

एत्मादपुर की ग्राम पंचायत खाण्डा काफी सुर्खियों में रही है। इसी पंचायत के नगला धौकला के रामजीत पुत्र सुघड़ सिंह ने बताया कि वह खेतों में पानी लगा रहा था। वहां जाकर पुलिस ने उस पर लाठी बरसाई हैं। जिससे उसके पैर में फै्रक्चर बताया गया है।

छवि और दल पर भारी आपसी रिश्तेदारी

जमाना बदल चुका है। धीरे-धीरे गांव शहर में तब्दील हो रहे हैं। गांव की पगडंडियों पर अब साइकिलों की जगह धूल उड़ाती कारें नजर आती हैं। युवाओं के हाथों में एंड्रॉयड और विंडो मोबाइल दिखते हैं। बेटियां उच्च शिक्षा के लिए शहर में बस जाती हैं। खान-पान से लेकर रहन-सहन तक में बदलाव दिखाई देता है। सब कुछ बदल चुका है, लेकिन नहीं बदला तो गांव के पंचायत चुनावों में मतदान करने का नजरिया नहीं बदला।

आई नेक्स्ट ने टटोला मन

लोगों की सोच। उनकी विचारधारा आज भी दल-बल के लिए सहज और सकारात्मक दिखाई नहीं देती है। दावेदारों की छवि उनके लिए कोई मायने नहीं रखती। बल्कि आपसी रिश्ते और संबंधों के आधार पर गांव के मतदाता वोट डालते दिख रहे हैं। रविवार को कई ग्रामीणों की सोच जब आई नेक्स्ट ने टटोलने की कोशिश की तो यही तथ्य निकलकर सामने आए। अपनी पसंद के प्रत्याशियों को वोट देने के पीछे उनकी क्या मंशा रही, ये उनके जवाब को सुनने के बाद पता चल सका।

ड्यूटी पर नहीं आने वालों के खिलाफ होगा एक्शन

पंचायत चुनाव के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट रेखा एस। चौहान के तेवर काफी सख्त दिखे। यही वजह रही रविवार को चुनाव के समय सुबह से शाम तक सिटी मजिस्ट्रेट कलेक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम की ड्यूटी को लेकर काफी गंभीर रहीं। चुनाव ड्यूटी को लेकर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ एक्शन की भी चेतावनी दी।

नदारद रहे ड्यूटी से

कलक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूप पर जिन लोगों की ड्यूटी लगाई गई, उनमें से कई ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। ड्यूटी शिफ्टों में लगाई गई थी। नगर शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह भी ड्यूटी पर पहुंच गए। सिटी मजिस्ट्रेट रेखा एस। चौहान ने कहा कि चुनाव ड्यूटी बहुत ही महत्वपूर्ण ड्यूटी होती है। इसमें लापरवाही करने का कोई स्थान ही नहीं है। जो लोग भी ड्यूटी पर नहीं आए हैं, उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। रविवार चुनाव ड्यूटी के अंतर्गत जिला प्रोबेशन अधिकारी (डीपीओ) की ड्यूटी भी लगाई थी। डीपीओ को दोपहर की शिफ्ट से ड्यूटी संभालनी थी। डीपीओ कंट्रोल रूम पहुंचे भी, लेकिन, ड्यूटी करने के लिए रुके नहीं। इसकी जानकारी सिटी मजिस्ट्रेट को लगी तो उन्होंने उनसे फोन पर बात की। नाराजगी जाहिर करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि आपकी ड्यूटी लगी थी, आप अपना कर्मचारी यहां छोड़कर गए हैं। हमें इसकी जरूरत नहीं है, इसे ले जाइए यहां से। अपनी ड्यूटी आप खुद करिए। सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा फोन पर फटकार खाने के बाद कुछ ही पलों में डीपीओ दौड़े चले आए।

पहले चरण में खुली प्रशासनिक व्यवस्थाओं की पोल

पंचायत चुनाव के प्रथम चरण के मतदान में हर ओर अव्यवस्थाएं हावी रहीं। जिला प्रशासन के दावों की पोल पहले चरण में खुल गई। कहीं फर्जी वोटिंग ने बवाल कराया, तो कहीं मतदान कार्मिक गैरहाजिर रहे। मतदान कहीं एक घंटा तो कहीं डेढ़ घंटा देरी से शुरू हुआ। मतपत्रों के साथ वीडियो रिकॉर्डिग करने वाले कर्मचारी भी गायब दिखे।

लेट स्टार्ट हुई वोटिंग

जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की सख्ती के बावजूद भी प्राथमिक विद्यालय डौकी के पोलिंग बूथ पर पोलिंग पार्टी नं 739 एक कर्मचारी नहीं पहुंचा। लिहाजा यहां वोटिंग एक घंटा लेट शुरु हुई। कई पोलिंग सेंटर्स पर मतदान कर्मचारी कम होने से धीमी गति से वोटिंग हुई। ?लॉक शमसाबाद के प्लस संवेदनशील केन्द्र प्राथमिक विद्यालय हिमांयूपुर प्रथम में प्रधान के लैटरपैड पर वोट डलवाए जा रहे थे। इस बात को लेकर लोगों ने हंगामा कर दिया। वहीं पीठासीन अधिकारी ने प्रधान के लैटरपैड से वोट डलवाने की जानकारी से इंकार किया। प्लस केन्द्रों पर जो वीडियोग्राफर लगाए गए थे, वे आरामतलबी कर रहे थे।

फतेहाबाद में 300 मतपत्र गायब

फतेहाबाद के पोलिंग बूथ संख्या 185 से क्षेत्र पंचायत सदस्य के 300 मतपत्र गायब होने से खलबली मच गई। फतेहाबाद के सुपर जोनल मजिस्ट्रेट सीडीओ दीपक मीणा मौके पर पहुंच गए। सीडीओ ने बताया कि 300 मतपत्र गायब हुए कि पीठासीन अधिकारी भूल गए। इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है। 300 मतपत्रों की वोटिंग क्रम संख्या के हिसाब से रद्द कर दी है।

समर्थकों ने की अभद्रता

फतेहाबाद के प्राथमिक विद्यालय गढ़ी दरियाब में लोगों ने पीठासीन अधिकारी पर आरोप लगाया कि वोटिंग नहीं करने दे रहे हैं। वहीं पीठासीन अधिकारी का कहना था कि बिना आईडी के वोटिंग नहीं होने दी जाएगी। लोगों का कहना था कि मतदान कर्मचारी पूरे नहीं हैं। लिहाजा एजेंट को काम करने दो। इसी बीच पोलिंग बूथ पर राज्यमंत्री रामसकल गुर्जर अपने समर्थकों के साथ बूथ पर पहुंचे। राज्यमंत्री को देखकर समर्थकों ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता करते हुए नोंकझोंक कर दी।

कई जगह हुआ विवाद

फर्जी वोटिंग को लेकर फतेहाबाद और शमसाबाद में कई जगह विवाद हुआ। फतेहाबाद के गढ़ी उदयराज में विवाद होने पर पुलिस ने एक एजेंट समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। काकोरी खुर्द नगला अई में कुछ लोगों का आरोप था कि दबंगों ने पोलिंग बूथ पर कब्जा कर लिया है। दलितों को वोटिंग नहीं करने दी। मेवली में फर्जी वोटिंग को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। फतेहाबाद के पैतीखेड़ा में लोगों का कहना था कि यहां 200 लोगों के दो जगह वोट हैं। इस दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट एसीएम द्वितीय अरुण कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। लोगों ने उनसे शिकायत की तो उन्होंने एजेंट से को निर्देशित किया। वहीं प्राथमिक विद्यालय भवनपुरा में वोटरों के उंगली पर इंक नहीं लगाई गई।

67 फीसद हुआ मतदान

पंचायत चुनाव के पहले चरण में रविवार सुबह से शुरू हुई वोटिंग घड़ी की सुई के साथ आगे बढ़ती गई। सुबह जहां वोटिंग परसेंटेज का आंकड़ा कुछ हल्का रहा तो वहीं, दोपहर होते-होते चुनावी रंग पर आ चुका था। कलेक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम में हर दो घंटे बाद वोटिंग परसेंटेज लेकर रिकॉर्ड किया जाता रहा।

सुबह से ही लग गई लाइनें

वोटिंग को लेकर सुबह से बूथों पर लाइनें लग गई। इसी का नतीजा रहा कि सुबह नौ बजे तक 12 परसेंट से ऊपर निकल चुका था। कंट्रोल रूम के रिकॉर्ड के अनुसार इस समय तक 12.75 परसेंट लोग वोटिंग कर चुके थे। सुबह 11 बजे तक चारों ब्लॉक का वोटिंग परसेंटेज 24.75 पहुंच गया था। इसके बाद लोगों ने वोटिंग में अच्छा-खासा इंट्रेस्ट दिखाया। इसी का नतीजा रहा कि ग्राफ लगातार बढ़ता ही चला गया। दोपहर एक बजे 40.15 परसेंट वोटिंग हो चुकी थी।

60 से ऊपर निकल गया परसेंटेज

पंचायत चुनाव में रुझान को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा था कि इस बार लगभग 60 परसेंटज तक वोटिंग हो जाएगी। लेकिन, समय के बढ़ने के साथ वोटिंग बढ़ती चली गई। यही वजह रही कि जिला मुख्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम में शाम पांच बजे तक का वोटिंग का जो रिकॉर्ड आया वह 60 परसेंट को भी पार कर गया। प्रशासनिक दावे के अनुसार शाम पांच बजे तक जो भी वोटर लाइन में लगे, उन सभी को वोट डालने दिया गया। इसी की वजह से एत्मादपुर, खंदौली, फतेहाबाद और शमसाबाद, चारों ब्लॉक का वोटिंग परसेंटेज 67 तक पहुंच गया था।

Posted By: Inextlive