हाथों में पर्चा लेकर थाने में समर्पण को पहुंचे बस अपहरणकांड के आरोपित
आगरा। बस अपहरणकांड में शामिल नौ बदमाशों के पकड़े जाने के बाद सोमवार को सुबह 11 बजे दो और बदमाश गिरफ्तार कर लिए गए। वे हाथों में 'मैं सरेंडर करने आया हूं' का पर्चा लेकर खुद ही गिरफ्तारी देने पहुंचे थे। उन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
एसओ मलपुरा अनुराग शर्मा के मुताबिक सरेंडर करने थाने पहुंचे आरोपितों में पश्चिमी दिल्ली के नंदनगरी निवासी मनोज बघेल और सूरज बघेल शामिल हैं। इनके घर दो दिन पूर्व पुलिस ने दबिश दी थी। इससे घबराए दोनों बदमाश थाने पहुंचे और सरेंडर किया। बस अपहरणकांड में 12 नामजद आरोपित थे। एक और का नाम जांच में सामने आया। कुल 13 आरोपितों में से पुलिस 11 को गिरफ्तार कर चुकी है। दो आरोपित नरेंद्र यादव और प्रदीप यादव फरार हैं। ये आरोपित हैं नामजदप्रदीप गुप्ता, जितेंद्र, संजू, सूरज, मनोज बघेल, श्रवण, राहुल, भोला, दिलीप गुप्ता, नरेंद्र यादव, प्रदीप यादव, गुड्डू यादव और हरविंदर।
ये हो चुके हैं गिरफ्तार प्रदीप गुप्ता, जितेंद्र, संजू, सूरज, मनोज, श्रवण, राहुल, भोला, दिलीप गुप्ता, गुड्डू यादव और हरविंदर। ये था मामला18 अगस्त की रात को दो कारों में सवार बदमाशों ने न्यू दक्षिणी बाइपास पर 34 सवारियों से भरी ग्वालियर की कल्पना ट्रेवल्स की बस का अपहरण कर लिया था। उन्होंने खुद को फाइनेंसकर्मी बताते हुए बस चालक डबरा, ग्वालियर (म.प्र) निवासी रमेश और छत्तरपुर (म.प्र) निवासी परिचालक रामविलास और देवरीकलां, ग्वालियर निवासी हेल्पर भोला को कार में बंधक बनाया। वहीं एक बदमाश सवारियों से भरी बस ले गया था। बस को अगले दिन इटावा से बरामद कर लिया। इधर, अगले दिन बस चालक और परिचालक ने थाना मलपुरा पहुंच घटना की जानकारी पुलिस को दी थी।