ताजनगरी फेज-2 के एक प्लॉट में किया था खेल, प्रधान कार्यालय से किया गया संबद्ध

एडीए उपाध्यक्ष बोले अनुभाग कार्यालय में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

आगरा: आगरा विकास प्राधिकरण एडीए के संपत्ति अनुभाग में सब कुछ ठीक ठाक नहीं है। चंद पैसों की खातिर कर्मचारी प्लाटों की बिक्री या फिर कोर्ट केस में ठीक से पैरवी नहीं करते हैं। इससे एडीए को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। ताजनगरी फेज-2 में एक प्लाट की बिक्री में खेल करने और वाद की ठीक से पैरवी न करने पर एडीए को 2.76 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस पर एडीए उपाध्यक्ष डॉ। राजेंद्र पैंसिया ने कर्मचारी गिरीश चंद्र को निलंबित कर दिया है। गिरीश को प्रधान कार्यालय से संबद्ध किया गया है। एडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि संपत्ति अनुभाग में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए गए हैं।

कैमरों से कर्मचारियों पर नजर रखी जाएगी।

ये था मामला

कर्मचारी गिरीश चंद्र संपत्ति अनुभाग में टीपी नगर योजना का कार्य देख रहे थे। राविया शाह एंड अन्य के प्रकरण में भूखंड संया 1-ए, है। यह ताजनगरी फेज-2 में है। इसका क्षेत्रफल 375 वर्ग मीटर है। पिछले दिनों गिरीश के खिलाफ प्लाट की बिक्री में शामिल होने की शिकायत की गई। एडीए हाईकोर्ट से केस जीत गया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में इस केस की गिरीश चंद्र ने ठीक से पैरवी नहीं की। इससे एडीए को

आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। एडीए उपाध्यक्ष ने शिकायत की जांच गोपनीय तरीके से कराई। जांच में गिरीश के खिलाफ सभी आरोप सही पाए गए।

नहीं मिलीं फाइलें

संपत्ति अनुभाग में कई कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी आधी नौकरी यहीं पर गुजर गई है। यहां तक कुछ कर्मचारी अनुभाग से रिटायर्ड ाी हो गए हैं। पांच से छह साल पूर्व संपत्ति अनुभाग से कई फाइलें गायब हुई थीं। यह फाइलें आजतक नहीं मिली हैं। संपत्ति विभाग के कई कर्मचारियों का प्लाटों और लैट की बिक्री में अहम रोल रहता है। कई बार कर्मचारी फाइल तक गायब कर देते हैं।

Posted By: Inextlive