- त्योहारों से फुटवियर दुकानदारों को बिजनेस में तेजी आने की उम्मीद

- कारोबारी बोले-लॉकडाउन ने किया व्यापार ठप, मंदी छाई

आगरा। कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बाद बाजार तो खुले हैं लेकिन अभी व्यापार ठप पड़ा हुआ है। लेकिन फेस्टिव सीजन आने के बाद बाजारों में व्यापारियों को बिजनेस में थोड़ी गति मिलने की उम्मीद जागी है। शहर के जूता व्यापारी भी फेस्टिव सीजन से उम्मीद लगाकर बैठे हैं। ईद और रक्षाबंधन को लेकर गुरुवार को बाजारों में थोड़ी बहुत खरीददारी भी हुई। हालांकि व्यापारियों का कहना है कि इस बार न तो ईद का त्योहार पहली की तरह से हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है और न ही रक्षाबंधन पर लोग पहले की तरह से खरीददारी करने बाजार में निकल रहे हैं।

धंधा पड़ा है मंदा

शहर में शू बाजारों में इन दिनों सन्नाटा छाया हुआ है, जिन बाजारों में पहले कभी लोगों की भीड़ हुआ करती थी और निकलने तक की जगह नहीं होती थी, आज वहां पर कस्टमर्स नजर ही नहीं आ रहे हैं। शहर के पुराने बाजारों राजामंडी, फव्वारा, किनारी बाजार, फुलट्टी, शाहगंज में भी इस वक्त कस्टमर्स का टोटा है। लॉकडाउन खुलने के बाद व्यापारियों को अपनी दुकानें तो खोलने का मौका मिला है लेकिन व्यापार में अभी गति नहीं आई है। न्यू आगरा के शू व्यापारी बताते हैं कि दो महीने लॉकडाउन के बाद बाजार खुले तो हैं लेकिन बाजार में पहले की तरह रौनक नहीं आई है। पहले इन दिनों स्कूल के बच्चों के लिये लोग शूज लेने आते थे लेकिन इस बार तो स्कूल न खुलने के कारण ऐसे कस्टमर्स भी नहीं आ रहे हैं।

त्योहार से उम्मीद

बाजारों में मंदी का हाल इतना अधिक है कि दुकानदारों का खर्चा निकालना तक मुश्किल हो रहा है, जबकि ये सीजन शू व्यपारियों के लिये अच्छा गुजरता था। बाजार में बैठे शू व्यापारी बताते हैं कि जुलाई के महीने में हमारे व्यापार में तेजी आती थी, क्योंकि स्कूल के बच्चों को इस वक्त शूज चाहिए होते थे। इसके बाद त्योहार आना शुरू हो जाते थे। इसके बाद तो दिवाली तक फेस्टिव सीजन चलता था और व्यापार भी अच्छा चलने लगता था। लेकिन इस बार कोरोनावायरस के कारण व्यापार पूरी तरह से ठप है। अब त्योहार आया है तो इससे शू व्यपारियों को थोड़ी उम्मीदें जागी हैं कि शायद बाजार में कुछ तेजी आये तो व्यापारियों का काम दोबारा से पटरी पर आने लगे।

कोरोनावायरस ने शू मार्केट की पूरी तरह से हालत खराब कर रखी है। जुलाई में हमारा व्यापार तेजी पकड़ना शुरू करता था। लेकिन इस बार तो पूरी तरह से ठप रह। अब त्योहारों के आने से उम्मीदें हैं कि जल्द व्यापार गति पकड़ेगा।

-नवनीत अग्रवाल, शू व्यापारी

इस बार पिछले कई साल की तुलना में शू मार्केट 20 परसेंट भी नहीं बचा है। मार्केट में इस वक्त कस्टमर ही नहीं हैं। ईद का त्योहार भी निकल गया लेकिन कोई खास दुकानदारी नहीं हुई है। अब रक्षाबंधन के बाद ग्राहकों से उम्मीदें हैं।

- अनिल नंदा

बाहर नहीं जा पा रहा माल

आगरा जूता कारोबार का एक बड़ा हब है। पूरे देश में 80 परसेंट जूता आगरा से ही सप्लाई होता है, लेकिन इस वक्त कोरोनावायरस के कारण कई राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है। इस कारण व्यापारी आगरा जूता खरीदने नहीं आ पा रहे हैं। इससे आगरा की शू इंडस्ट्री में भी काफी मंदी छाई हुई है। आगरा की कई जूता मंडियां भी इससे प्रभावित हैं।

Posted By: Inextlive