आई स्पेशल अखिल कुमार आगरा: ब्यूरो लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया को पारदर्शी और आसान बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग बड़े प्रयास किए गए हैं. ऐसा पहली बार हुआ है जब जनपद के हर क्रिटिकल पोलिंग बूथ पर न सिर्फ कैमरे की निगरानी में वोटिंग कराई गई बल्कि आयोग एक-एक बूथ पर लगातार नजर बनाए हुए था. वेबकॉस्टिंग और हाइटेक कंट्रोल रूम व्यवस्था ने जनपद में हो रहे तीसरे चरण की चुनाव प्रक्रिया को बिना किसी अनहोनी के संपन्न कराया है.


2 हजार कैमरे से सीधी नजर
क्रिटिकल पोलिंग सेंटर्स और पोलिंग बूथ पर परिंदा भी पर न मार सके इसकी व्यवस्था भारत निर्वाचन आयोग ने की है। तीसरे चरण के मतदान के दौरान आगरा में यह व्यवस्था देखने के लिए मिली। आयोग ने सभी क्रिटिकल बूथ पर सीसीटीवी कैमरों को इंस्टाल किया गया और यहां वेब कॉस्टिंग कराई गई। इस बूथ पर हो रही एक-एक गतिविधि को डॉ। बीआर अंबेडकर यूनीवर्सिटी के बाग फरजाना स्थित संस्कृति भवन में इंस्टाल कराया गया। यहां वेब कॉस्टिंग सेंटर पर 36 बड़े टीवी स्क्रीन लगाकर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। आगरा के 3695 पोलिंग बूथ में से 1983 बूथ क्रिटिकल की श्रेणी में हैं। आगरा लोकसभा क्षेत्र की 4 विधानसभाओं में 1760 में से 901 और फतेहपुरसीकरी लोकसभा क्षेत्र की 5 विधानसभाओं में 1935 में से 1082 बूथों पर वेबकाङ्क्षस्टग के जरिए निगरानी रखी गई। प्रत्येक विधानसभा पर चार स्क्रीन लगाए गए। ------------


मास्टर जोन से आयोग की नजर

वेब कॉस्टिंग के माध्यम से हर पोलिंग बूथ पर सीधी नजर रखने के लिए चुनाव आयोग मास्टर जोन के माध्यम से जुड़ा रहा। यहां 4 बड़ी स्क्रीन से पोलिंग बूथ में हो रही गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। अपर नगरायुक्त एसपी यादव ने बताया कि पोलिंग बूथ पर सीसीटीवी कैमरों को इस तरह सेट किया गया है कि सभी पोलिंग अधिकारी नजर आएं। इसके अलावा फील्ड में हर 5 पोंिलग स्टेशन के लिए एक मैकेनिक भी तैनात किया गया था जो कैमरों की गड़बड़ी को तत्काल दुरुस्त कर सके। मास्टर जोन में नगर निगम के आईटी अफसर गौरव सिन्हा और जिला प्रबंधक नलिन कुमार तैनात रहे। हाइटेक कंट्रोल रूम, रिस्पांस टाइम घटा आयोग के निर्देश पर इस बार लोकसभा चुनाव में कंट्रोल रूम को हाईटेक बनाया गया। कंट्रोल रूम की व्यवस्था की जानकारी देते हुए एसीएम सचिन सिंह ने बताया कि यहां विधानसभावार 20-20 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। हर कर्मचारी को 20-20 पोलिंग बूथ एलॉट किए गए हैं। इन बूथ से जुड़ी किसी भी शिकायत या समस्या के निस्तारण के लिए यह कर्मचारी तत्काल पोलिंग बूथ में तैनात पीठासीन अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट आदि से बात करके तत्काल शिकायत के निस्तारण में सक्षम थे। वोटिंग परसेंटेज की जानकारी भी आसानी से लगाई जा रही थी।

कहीं से नहीं मिली कोई शिकायत किसी भी बूथ से कोई शिकायत नहीं मिली। सभी बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। कुछ कमियों को कंट्रोल रूप से ही दूर कराया गया। कंट्रोल रूम के माध्यम से प्रत्येक गतिविध पर नजर रखी गई।
इन विषयों पर दिया ध्यानवोट डालते वक्त दूसरे व्यक्ति को ईवीएम तो नहीं दिख रही, मतदान करने के दौरान दूसरा व्यक्ति साथ तो नहीं है। कर्मचारियों की स्थिति कैसी है। मतदान करने वाले लोग कोई परेशानी तो खड़ी नहीं कर रहे हैं, इसकी लगातार मानिटङ्क्षरग की गई। ------------------वेबकाङ्क्षस्टग के जरिए क्रिटिकल बूथों पर नजर रखी गई। इस दौरान कहीं से कोई अप्रिय और गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली। शांतिपूर्ण मतदान हुआ है। हाईटेक कंट्रोल रूम से एक-एक बूथ पर नजर रखने के साथ ही शिकायत के तत्काल निस्तारण की व्यवस्था की सुनिश्चित की गई। - प्रतिभा ङ्क्षसह, सीडीओ व आरओ आगरा लोकसभा क्षेत्र

Posted By: Inextlive