आगरा. ब्यूरो स्कूलों की मनमानी पर शनिवार को पेरेंट्स को पहली जीत मिली. डीएम के सख्त तेवर के बाद बिचपुरी रोड स्थित श्री चैतन्य टेक्नो विद्यालय ने क्लास 1 से 5 तक की बुक्स के सेट पर 3471 रुपए से 3696 रुपए तक छूट दी है. जबकि अन्य स्कूलों को इस मामले में 16 अप्रैल तक का समय दिया है. उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि शहर के कॉन्वेंट स्कल भी पेरेंट्स को राहत देने के लिए खाका तैयार कर रहे हैं.

बुक्स, ड्रेस से लेकर फीस तक में मनमानी
नया सत्र शुरू होते ही बुक्स, कॉपी, ड्रेस से लेकर फीस तक में मनमानी बढ़ोतरी की गई। विरोध में एक तरफ पेरेंट्स सड़क पर उतरे तो दूसरी तरफ दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने उनकी आवाज बुलंद की। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने पब्लिश खबरों का संज्ञान लेकर शिक्षा विभाग और स्कूल प्रबंधन को मनमानी बढ़ोत्तरी पर रोक लगाने के निर्देश दिए। इसके बाद ही स्कूल ने फीस पर राहत देना का निर्णय लिया है।


फीस में एडजस्ट होगी घटी कीमत
पेरेंट्स ज्योति मौर्या ने बताया कि जो बुक्स सेट पहले 10,800 रुपए का सेल किया जा रहा था, वो अब 7304 रुपए में पेरेंट्स को दिया जा रहा है। जो छात्र-छात्राएं महंगी बुक्स का सेट खरीद चुके हैं। घटी हुई कीमत उन छात्र-छात्राओं की फीस में समायोजित की जाएगी। स्कूल के इस निर्णय से पेरेंट्स में खुशी की लहर है। वहीं, पेरेंट्स भी स्कूल से आने वाले मैसेज का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच पेरेंट्स समय मिलने पर एक दूसरे पेरेंट्स से बात कर रहे है कि क्या उनको स्कूल से कोई मैसेज आया है।

पेरेंट्स को स्कूल से मैसेज का इंतजार
इस राहत के बाद शहर में 15 हजार से अधिक पेरेंट्स को आईसीएसई, सीबीएसई स्कूल में महंगी बुक्स के सेट व फीस में राहत की उम्मीद जागी है। इस संबंध में स्कूल की तरफ से पेरेंट्स को मैसेज भेजा गया है। पेरेंट्स एक दूसरे से संपर्क कर रहे है, पूछ रहे है कि वे आखिर कब तक उनके स्कूल से फीस में राहत का मैसेज सेंड होगा।


पेरेंट्स पर बुक्स के बना रहे दबाव
शहर के कुछ ऐसे स्कूल हैं, जो पेरेंट्स पर फीस जमा करने और बुक्स सेट खरीदने के लिए दबाव बना रहे हैं, डीएम भानूचंद गोस्वामी ने स्कूल को 12 अप्रैल का फीस एडजस्ट करने का समय दिया था, लेकिन स्कूल ने इस आदेश को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने स्कूल के कर्मचारियों को भेजकर खानापूर्ति की। इसी बीच स्कूल में पढ़ाई शुरू करादी गई, क्लास में बच्चों पर दबाव बनाया जा रहा है कि अगर उन्होंने बुक्स नहीं खरीदी तो वे पीछे रह जाएंगे। ऐसे में पेरेंट्स का कहना है कि बुक्स पर रेट कम हो जाएं तो अच्छी बात है, लेकिन वेे बच्चे के भविष्य को ध्यान में रख बुक्स सेट खरीद रहे हैं।


स्कूलों के बाहर और डीएम कार्यालय पर किया था प्रोटेस्ट
पेरेट्स ने फीस और बुक्स के विरोध में डीएम कार्यालय और स्कूलों के बाहर प्रदर्शन किया था, इससे पहले कई बार पत्र और फोन के जरिए आलाधिकारियों से बात की जा चुकी थी, प्रोटेस्ट के बाद हरकत में आए शिक्षा विभाग ने पेरेंट्स का दबाव बढ़ता देख आनन-फानन में जांच की, जिसमें मनमानी फीस और बुक्स के महंगे सेट को एक दुकान से खरीदने पर पेरेंट्स को बाध्य करने का मामला सामने आया।


स्कूल से अगर फीस और बुक्स में राहत देने के लिए अगर कोई मैसेज भेजा जाता है तो ये पेरेंट्स के लिए राहत भरी खबर होगी। स्कूल को फीस में राहत देनी चाहिए।
आरएस सेंगर, पेरेंट्स


स्कूल की मनमानी पर अंकुश लगना चाहिए, शिक्षा विभाग के बुलाने के बाद भी 12 अप्रैल को उन्होंने अपने प्रतिनिधि भेज दिए, जबकि कुछ स्कूल ने गंभीरता से नहीं लिया।
चर्तुभुज, तिवारी पेरेंट्स


बच्चों की अभी फीस जमा नहीं की है, अब शिक्षा विभाग की ओर से निर्णय आने के बाद ही बुक्स सेट खरीदेंगे और फीस जमा करेंगे।
बंटी कश्यप, पेरेंट्स


बच्चों की बुक्स खरीद ली है, लेकिन अभी फीस जमा नहीं की है। कोई निर्णय आ जाए तभी इस पर विचार करेंगे। डीएम साहब से उम्मीद है।
जितेन्द्र शर्मा, पेरेंट्स


स्कूल मैनेजमेंट को 16 अप्रैल तक का समय दिया गया है। जल्द ही पेरेंट्स को फीस और बुक्स में राहत दिलाई जाएगी। मनमानी करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जितेन्द्र गौड, बीएसए

Posted By: Inextlive