आगरा. ब्यूरो साइबर सुरक्षा का मतलब ऑनलाइन स्पेस में सुरक्षा है. इसी को ध्यान में रखते हुए पेरेेंट्स ऑनलाइन सामाजिक और वीडियों गेमिंग खातों पर उपयोग की जाने वाली सुरक्षा सेटिंग्स या खातों पर उपयोग की जाने वाली सेंटिंग्स सॉफ्टवेयर की जानकारी ले रहे हैं. इससे बच्चे और पेरेंट्स दोनों ही साइबर क्राइम और डिजिटल फ्र ॉड से बच सकेंगे. शहर में ऐसे कई कोचिंग सेंटर्स हैं जहां साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी जानकारी दी जाती है. कोर्स के लिए फी स्ट्रैक्चर भी डिसाइड किया गया है. कोचिंग में कुछ पेरेंट्स बच्चों को भी साथ लाकर उनको साइबर सिक्योरिटी का कोर्स करा रहे हैं.

क्राइम से कैसे बचेंं, जानेंगे बच्चे
साइबर सिक्योरिटी की क्लास ले रहे एक पेरेंट्स अश्वनी सिंह ने बताया कि आज के टाइम में सोशल मीडिया हैकिंग, साइबर बुलिंग, स्कैमर्स और फेक अकाउंट जैसी समस्याएं बढ़ गई है। साइबर सिक्योरिटी का कोर्स करने से बच्चे साइबर क्राइम के प्रति अलर्ट रहेंगे ही और साथ में हमें भी साइबर सिक्योरिटीज के बारे में सीखने को मिलेगा। वहीं, दूसरी तरफ बच्चे भी बढ़ते साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की बढ़ती डिमांड को देख कर उसमें अपना कॅरियर बनाने की सोच रहे है। एक स्टूडेंट्स ने बताया कि साइबर सिक्योरिटी क्लासेज की हेल्प से हमें साइबर सिक्योरिटी के बारे में सीखने को मिलेगा और क्राइम से कैसे बचा जा सकता है? इसके बारे में भी जानने को मिलेगा।

बच्चों का साइबर क्राइम के प्रति अवेयर होना जरुरी

ऑफलाइन कोचिंग संचालक अविश्कार सिंह बताते हैं कि साइबर सिक्योरिटी कोर्स बच्चों के लिए बहुत जरूरी है। इंटरनेट पर हो रहे क्राइम हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में यह कोर्स बच्चों को साइबर क्राइम से अवेयर करवाएगा और यह करियर के लिए भी एक अच्छा ऑप्शन है। इस कोर्स में बच्चों के साथ-साथ पेरेंट्स को भी सीखने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही पेरेंट्स और स्टूडेंट्स इन दिनों डिजिटल मार्केट कोर्स, डेटा फीडिंग कोर्स सीखकर खुद को अपग्रेट कर रहे हैं।


साइबर सिक्योरिटी कोर्स की फीस
-बिगनर लेवल की फीस 3500
-प्रोफीशिएंट लेवल की फीस 5500
-प्रोफेशनल लेवल की फीस 9500


साइबर फ्र ॉड का टॉपिक अहम
भगवान टॉकीज स्थित एनएलआईसी के कोचिंग संचालक बताते हैं कि साइबर सिक्योरिटी कोर्स में स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग, कंसल्टेंसी, साइबर सिक्योरिटी सर्विस, एथिकल हैकिंग और साइबर फ्र ॉड जैसे कई टॉपिक के बारे बताया जाएगा। यह कोर्स स्टूडेंट्स के लिए तीन लेवल में कोर्स कराया जाता है। कोर्स के लेवल के अनुसार इसका ऑनलाइन सबक्रिप्शन प्राइस भी तय किया गया है। इस कोर्स को प्रैक्टिकल और थ्योरी के जरिए से स्टूडेंट्स को सिखाया जाएगा, इसमें स्टूडेंट को लाइव डेमी भी दिया जाएगा, जिससे वह डिजिटली अपग्रेड होंगे और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के बारे में भी जान सकेंगे।

ऑनलाइन साइबर सिक्योरिटी कोर्स
वेदांतु सिक्योरिटी साइबर
कोर्सरा साइबर
क्लास सेंट्रल
साइबर एकेडमी
एडेक्स डिजिटल
फ्यूचर लर्न ऑनलाइन

केस1
250 लाख रुपए दादा के लगा दिए गेम में
दयालबाग के मोती बाग में रहने वाले एक रोहित ने अपने दादा का एटीएम कार्ड इस्तेमाल का गेम में लगा दिए। उनका अकाउंट खाली हो गया। जब पेरेंट्स ने पुलिस की मदद ली तो सच्चाई सामने आई। 17 साल के रोहित को हिदायत दी, वहीं पेरेंट्स ने बच्चे को भविष्य को देख केस वापस ले लिया। घटना के बाद पेरेंट्स समझ रहे थे कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है, लेकिन रोहित के बताने के बाद सच्चाई सामने आ सकी।

केस2
साइबर फ्रॉड ने गुमराह कर निकाले 3 लाख रुपए
कमला नगर में रहने वाले सूर्ययांश के पास अचानक कॉल आया कि उनका चयन केबीसी के लिए हो गया है। आपको तीन लाख का प्राइजपूल गिफ्ट मिला है। इस पर सूर्ययांश ने खुशी जाहिर की। उसने अपने पापा को सरप्राइज देने के लिए बिना उन्हें बताए लड़की से पूछा। इसके लिए उसे क्या करना होगा, जवाब में लड़की ने कहा कि आपके फोन पर एक ओटीपी आएगी, जो आपको हमें बताना होगा, इसके बाद आपका प्राइज आपके बैंक अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगा। सूर्ययांश ने लड़की को ओटीपी शेयर कर दिया, जिसके बाद अकाउंट से पहले तीस हजार इसके बाद एक के बाद एक ट्रांजेक्शन से पूरा अकाउंट ही खाली हो गया। जिसमें तीन लाख रुपए थे।

केस3
फ्रॉड के बाद बच्चों को भी किया अपडेट
न्यू आगरा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक प्रतिष्ठत स्कूल की टीचर ने बैंक का कस्टमर केयर नंबर गूगल पर सर्च किया। साइबर फ्राड ने उनको एनीडेक्स ऐप प्ले स्टोर से डाउनलोड करने के लिए कहा, इसके बाद उनके फोन से आधार कार्ड का फोटों खींच कर सेंड करने को कहा गया, इसके बाद उनके खाते से एक के बाद एक कर तीन ट्रांजेक्शन में 54 हजार रुपए निकल गए। घटना के बाद पीडि़ता ने ऑनलाइन कोर्स किया और बच्चों को भी अपडेट कराया।


कोर्स के स्टूडेंट्स को मिलेंगे सर्टिफिकेट
साइबर सिक्योरिटी कोचिंग संचालक ने बताया कि पिछले कुछ सालों में साइबर क्राइम कंसल्टेंट्स की डिमांड तेजी से बढ़ी है। ऐसे में समर हॉलिडेज में साइबर सिक्योरिटी की क्लास करने वाले स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी के साथ ही सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। बता दें कि राज्य व केंद्र सरकार की एजेंसी फोरेंसिक, डिजिटल एवं साइबर क्राइम कंसल्टेटस को अपनी टीम में शामिल कर रही है। यह सर्टिफिकेट स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी में जॉब के लिए भी हेल्प करेगा,


समर वेकेशन पर साइबर सिक्योरिटी की क्लास करने से बच्चे डिजिटली अपग्रेड होंगे। ऑनलाइन होने वाले फ्र ॉड से बचने का तरीका सीखेंगे और हायर लेवल का कोर्स करने पर साइबर क्रिमिनल्स को पकड़ भी सकेंगे।
अविष्कार, कोचिंग संचालक


तेजी से बढ़ रहे ऑनलाइन क्राइम से लोगों को अवेयर करने का ये बेहतर उपाय है, पेरेंट्स खुद के साथ बच्चों को भी अपडेड करेंगे। जिला साइबर सेल द्वारा समय-समय पर लोगों को अवेयर किया जाता है।
पुष्पेन्द्र चौधरी, साइबर सेल प्रभारी


इस कोर्स से बच्चों को साइबर सिक्योरिटी में अपना कॅरियर बनाने में हेल्प मिलेगी, इसके साथ ही वे खुद के साथ दुसरों को भी साइबर क्राइम के प्रति अवेयर कर सकेंगे।
एम दुग्गल, पेरेंट्स


मेरे साथ साइबर क्राइम की घटना हुई.ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण् काफी नुकसान हुआ, साइबर सिक्योरिटी कोर्स करने के बाद में खुद के साथ बच्चे और परिवार के अन्य सदस्यों को भी अवेयर कर रहा हूं। समय के साथ अपग्रेट होना जरुरी है।
सिद्धार्थ शर्मा, पेरेंट्स

Posted By: Inextlive