पुलिस ने ईदगाह से 13 सटोरिए दबोचे, आठ लाख रुपये बरामद

लीग खत्म होते ही प्लेऑफ मैचों के लिए तेज होने लगी सट्टेबाजी

आगरा। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लीग मैच खत्म हो चुके हैं। कल से प्ले ऑफ के लिए मैच शुरू हो जाएंगे। जब जबकि कुछ ही मैच शेष हैं, ऐसे में आईपीएल पर दांव लगना तेज हो गए हैं। पुलिस भी इन सटोरियों पर अपनी नजर रखे हुए हैं और लगातार कार्रवाई कर रही है। सोमवार देर रात मैच पर सट्टा लगाते 13 सटोरिए पुलिस ने गिरफ्तार भी किए हैं। पुलिस ने इनसे इनसे आठ लाख नौ हजार रुपये बरामद हुए हैं। एसएसपी बबलू कुमार द्वारा गठित टीमों ने इनके अलावा 46 छोटे और बड़े सटोरियों को चिह्नित किया है। सभी की लोकेशन ट्रेस कर छापामार कार्रवाई की जा रही है।

बंद स्कूल में लग रहे थे दांव

रकाबगंज के ईदगाह स्थित राजेंद्र नगर में एक बंद स्कूल से पुलिस ने सोमवार देर रात 13 सटोरियों को दबोचा है। सटोरियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि मुख्य बुकी दिल्ली में रहता है। वह दांव पर लगाई रकम का कलेक्शन करके उसे भेजते हैं। पुलिस की सर्विलांस टीम को गुमराह करने के लिए बुकी से संपर्क करने के लिए अलग-अलग मोबाइल नंबर और लोकेशन से बात करते हैं। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि दो सटोरिए मोनू पंडित निवासी बड़़ा उखर्रा सदर और दीपक निवासी छोटा उखर्रा सदर पुलिस को चकमा देकर भाग निकले। मौके से नकद रकम के साथ दो कार, नौ दोपहिया वाहन, एक रजिस्टर और 18 मोबाइल बरामद किए हैं।

ये हुए गिरफ्तार

हरिओम और रोहित सिंह निवासी प्रेम नगर राजपुर चुंगी, भानू उपाध्याय, श्याम सुंदर उपाध्याय निवासी बगदा ताजगंज, अरुण कुमार निवासी रोहित एन्क्लेव राजपुर चुंगी, पवन कुमार निवासी वाजिदपुर फतेहाबाद, सोनवीर, आशीष कटारा निवासी एकता चौकी क्षेत्र, अजय निवासी कहरई ताजगंज, दुर्गेश, सत्यार्थ उर्फ सोनू यादव निवासी बरौली अहीर, राजेंद्र सिंह निवासी कस्तूरी विहार बरौली अहीर।

व्हाट्सएप पर ही एजेंट से संपर्क

आईपीएल सट्टेबाजों को पकड़ने के लिए पुलिस ने गोपनीय सूचना के आधार पर सटोरियों के एजेंट को चिह्नित कर उनकी निगरानी शुरू कर दी है। वहीं उनके मोबाइल फोन को भी ट्रेसिंग पर लगाया गया है। हालांकि पुलिस में किसी प्रकार का रिकॉर्ड नहीं होने पर सटोरियों के एजेंट कार्रवाई से बेखबर हैं। वह खुलकर हार-जीत के दांव लगा रहे हैं। वहीं सक्रिय बड़े सटोरिए चुपचाप इसका लाभ उठा रहे हैं। इसके साथ-साथ वह एजेंट से डिस्टेंस मेंटेन भी कर रहे हैं, क्योंकि वह जानते हैं कि अगर, पुलिस टीम द्वारा कार्रवाई की गई तो एजेंट द्वारा उन्हीं का नाम बताया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि वह एजेंट्स से व्हाट्सएप कॉलिंग पर कॉल करने के लिए कहते हैं, वहीं लगातार नंबर भी चेंज कर रहे हैं।

दांव लगाने के लिए दे रहे रकम

आईपीएल के लीग मैच के बाद प्ले ऑफ में हार-जीत के दांव लगाने के लिए एजेंट युवाओं को इसकी जानकारी दे रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि प्ले ऑफ गेम को खेलने के लिए युवाओं को कर्ज देने की व्यवस्था भी की है, जीतने या हारने के बाद यह रकम उनको वापस इंटरेस्ट के साथ करनी होगी, कर्ज देने से पहले गारंटर द्वारा क्लीन चीट दी जाती है। इसके बाद ही उधार रकम दी जाती हैं। एजेंट गली-मोहल्लों में ऐसे युवाओं से दांव बनाने के लिए लालच दे रहे हैं जिन्हें पैसों की जरूरत है।

इस तरह लग रहे दांव

आईपीएल लीग में सट्टेबाज खिलाडि़यों द्वारा खेले गए क्रिकेट पर दांव आजमाते हैं, वहीं आईपीएल प्ले ऑफ में एक बार में ही बड़ा दांव लगाया जा रहा है। इस गेम में सट्टेबाजों के पकड़े जाने का रिस्क बहुत कम होता है। इस गेम को खेलने के लिए आईपीएल लीग मैचों में मोटा मुनाफा कमाने वाले सटोरियों द्वारा प्लेऑफ गेम को खेलने के लिए एडवांस बुकिंग कराई गई है। आईपीएल माफिया बड़ी सावधानी के साथ पुलिस को गच्चा देकर शहर के अलग-अलग इलाकों में चौपहिया वाहनों में बैठकर बुकिंग मिलने के बाद हार-जीत के दांव लगा रहे हैं।

वर्जन

आईपीएल सटोरियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया जा चुका है। हर थाना क्षेत्र में निगरानी रखी जा रही है। लगातार टीमों को सफलता भी मिल रही है। वहीं संदिग्ध वाहनों को भी चेक करने का कार्य किया जा रहा है।

बबलू कुमार, एसएसपी

Posted By: Inextlive