आगरा में कोरोना वायरस को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। जरूरत पड़ने पर हाइली सस्पेक्टेड मरीजों को दिल्ली रेफर किया जा रहा है। इस वायरस को लेकर रैपिड रिस्पाॅन्स टीम गठित की गई है।

आगरा (ब्यूरो) कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट है। मंगलवार को आगरा से हाईली सस्पेक्टेड छह पेशेंट्स को दिल्ली रेफर कर दिया गया। उसी फैमिली के अन्य सात मेंबर्स को घर में ही क्वॉरंटाइन किया गया है। मंगलवार को दिल्ली से हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम भी यहां आ गई। इसके बाद आगरा में कोरोना वायरस से निपटने की स्ट्रैटजी बनाई गई।

- 26 जनवरी को ही आगरा में कोरोनावायरस के अलर्ट को लेकर गठित कर दी थी रैपिड रिस्पॉन्स टीम

- 250 बेड डीएम ने मंगलवार को कोरोनावायरस के अलर्ट पर मीटिंग के बाद आइसोलेशन वार्ड के बनाने के दिए निर्देश

- 20 बेड का जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड

- एसएन मेडिकल कॉलेज में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड

- 210 बेड की और है जरूरत

- 15 मेंबर्स हैं रैपिड रिस्पॉन्स टीम में

- 03 लोगों की स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम के साथ मिलकर बनाई स्ट्रैटजी। इसमें एनसीडीसी के डायरेक्टर डॉ। सुजीत कुमार सिंह रहे मौजूद।

- 70 टीमों का स्वास्थ्य विभाग ने कोरोनावायरस की स्क्रीनिंग करने के लिए किया गठन।

- 02 सदस्य इन टीमों के जाएंगे घर-घर

- 05 सवाल घर जाकर मुखिया से पूछेंगे

- जिला अस्पताल में जांच करा सकते हैं पेशेंट्स

20 वैक्सीन पर चल रहा काम

कोरोना वायरस को रोकने के लिए एक तरफ इसके संक्रमण की कड़ी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है तो दूसरी तरफ दुनिया के तमाम देश इससे बचने के लिए वैक्सीन विकसित करने और उपचार के लिए दवा ईजाद करने में जुटे हुए हैं। डब्लूएचओ की ताजा रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस का प्रभावी इलाज तलाशने के लिए दुनिया भर में 20 वैक्सीनों पर काम चल रहा है। इन वैक्सीन को तमाम क्लीनिकल परीक्षण में परखा जा रहा है। उम्मीद कर सकते हैं कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस से निपटने की कोई प्रभावी वैक्सीन उपलब्ध हो जाए। इसके साथ ही इस वायरस को समझने के लिए इस पर रिसर्च भी तेज कर दी गई है।

कोरोना से बचाव के लिए जारी की गई गाइडलाइन

- अपने हाथ बार-बार साबुन से धोएं।

- मरीजों या जानवरों से संपर्क में आने के बाद हाथ को अच्छे से जरूर धोएं।

- सांस संबंधी संक्रमण वाले मरीजों के सीधे संपर्क में आने से बचें।

- रसोई और वर्क प्लेस पर डेस्क को साफ करने के लिए कीटाणुनाशकों का प्रयोग करें।

- कोविड-19 के खतरों और लक्षणों को समझने के लिए भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें।

- बुखार या खांसी होने पर यात्रा करने से बचें। यात्रा में तबीयत बिगड़ने पर चालक दल को सूचित करें।

- खांसते या छींकते समय टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें। एक बार इस्तेमाल के बाद टिश्यू पेपर फेंककर हाथ धो लें।

- खांसते या छींकते समय सीधे हाथ लगाने की जगह कोहनी से चेहरे को ढकें।

- 60 साल से ज्यादा आयु के लोग या पहले से बीमार लोगों को संक्रमण का खतरा ज्यादा है।

- बुजुर्ग व बीमार लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए।

- तबीयत खराब लगने पर घर पर ही रहें और डॉक्टर से सलाह लेते रहें।

- बीमार होने पर घर पर रुकें। परिवार के अन्य सदस्यों से दूर रहें। अलग बर्तन का प्रयोग करें।

- कोरोना से परिजन को बचाने के लिए अलग सोएं और किसी अन्य के साथ खाना न खाएं।

- बुखार होने, खांसी आने या सांस लेने में मुश्किल होने पर तत्काल डॉक्टर के पास जाएं।

- भीड़भाड़ वाली जगहों, विशेषकर अस्पताल या जहां संक्रमित देशों के नागरिक हों, जाने से बचें।

- कोरोना ग्रस्त देशों में यात्रा करने से बचें

Posted By: Inextlive