आगरा। यूनिवर्सिटी के मेन एग्जाम्स आज से शुरू हो रहे हैं, लेकिन अभी तक हजारों स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके फार्म तक नहीं भर सके हैं। संडे इवनिंग तक एक भी एडमिट कार्ड जारी नहीं हो सके। कॉलेज संचालक संडे देर-शाम तक यूनिवर्सिटी कैंपस में अड़े रहे। आनन-फानन में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन एग्जाम्स को समय पर कराने का प्रयास कर रहा है, लेकिन अगर समस्या का समाधान नहीं किया गया तो बड़ी संख्या में परीक्षार्थी एग्जाम से वंचित रह सकते हैं।

नहीं मिले एडमिट कार्ड

मंडे से एग्जाम हैं और संडे इवनिंग तक एक भी परीक्षार्थी को एडमिट कार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया। संडे को पूरे दिन कॉलेज संचालक कैंपस में मौजूद रहे। इसकी वजह केन्द्र निर्धारण का न होना बताया जा रहा है। केन्द्र निर्धारण के बाद ही एडमिट कार्ड अपलोड करने का कार्य किया जाएगा।

दर्जनों कॉलेजों की फीस पेंडिंग

यूनिवर्सिटी से अटैच्ड करीब 17 कॉलेजेस ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक पेंडिंग फीस जमा नहीं की है। इन कॉलेजेस में पढ़ने वाले करीब साढ़े चार हजार स्टूडेंट्स ऐसे हैं जो कि परीक्ष से वंचित रह सकते हैं। इन कॉलेजेस में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड तक नहीं मिले हैं। ऐसी स्थिति में कॉलेज संचालक अधिकारियों से मिल समस्या निस्तारण की कोशिश कर रहे हैं।

सेंटर बनाने में धांधली

यूनिवर्सिटी परीक्षा से एक दिन पूर्व तक दो बार केन्द्र बनाने में संशोधन किया गया। कॉलेज संचालक मनमाफिक परीक्षा केन्द्रों में संशोधन करवा रहे हैं। इसका आंकलन यूनिवर्सिटी की लचर व्यवस्थाओं से लगाया जा सकता है। टेढ़ी बगिया पर भवानी सिंह कॉलेज है। इसका केंद्र शमसाबाद रोड पर पंडित जगन्नाथ कॉलेज में डाला गया है, जबकि इसके आसपास कई कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में जगदंबा डिग्री कॉलेज, आरबी पीजी कॉलेज, सौदान सिंह महाविद्यालय, एसडी भदावर पीजी कॉलेज, लाल सिंह महाविद्यालय, ग्रीन आगरा महाविद्यालय हैं। इतने कॉलेज पास में होने के बाद भी इतना दूर सेंटर डालने का क्या कारण हो सकता है, यह समझ से परे है।

नागरिकता संशोधन अधिनियम के अंर्तगत देश के कई राज्यों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई थी, जिसमें अलीगढ़ भी शामिल है। डॉ। भीमराव आम्बेडकर यूनिवर्सिटी से अलीगढ़ में करीब 18 कॉलेजेस अटैच्ड हैं, लेकिन इन कॉलेजों के करीब तीन हजार से अधिक परीक्षार्थी इंटरनेट बंद होने के चलते समय पर फार्म नहीं भर सके हैं। लेकिन, यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई। सेल्फाइनेंस कॉलेज महासचिव डॉ। अशुतोष पचौरी कहते हैं कि संडे शाम तक दर्जनों कॉलेज के संचालक यूनिवर्सिटी परीसर में जमे रहे।

एग्जाम कंट्रोलर ने फोन किया बंद

परीक्षाओं से पूर्व तमाम लापरवाही सामने आ रही है और एग्जाम कंट्रोलर ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है। वह यूनिवर्सिटी में भी नहीं बैठ रहे हैं। परीक्षार्थी और कॉलेज संचालक उन्हें तलाश कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी पहुंच कॉलेज संचालकों की ओर से उनका फोन कई बार ट्राइ किया गया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला।

एग्जाम्स को गुणवत्ता के साथ कराने के प्रयास किए जा रहे हैं, पूर्व नोडल प्रभारियों को केन्द्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कॉलेज संचालकों की समस्या का भी निस्तारण कराया जा रहा है।

डॉ। अशोक मित्तल, कुलपति

अलीगढ़ के 18 महाविद्यालय के परीक्षार्थी इंटरनेट बंद होने के चलते एग्जाम फार्म भरने से वंचित रह गए हैं। वहीं दर्जनों कॉलेजों की फीस जमा नहीं हुई है। संडे तक एक भी परीक्षार्थी को एडमिट कार्ड नहीं मिल सका है।

डॉ। अशुतोष पचौरी, महासचिव सेल्फाइनेंस

-यूनिवर्सिटी में परीक्षार्थी

3,85000

-यूनिवर्सिटी एग्जाम सेंटर

300

-फीस भरने से वंचित महाविद्यालय

17

-अलीगढ़ के कॉलेज

18

-एग्जाम फार्म से वंचित

3000 परीक्षार्थी

Posted By: Inextlive