-जून में तैयार हो चुका था डाक्टर उमाकंात गुप्ता के अपहरण का प्लान

-गैंग के सदस्यों ने तीमारदार बनकर की गई घर और नर्सिग होग की रैकी

आगरा। ट्रांसयमुना कॉलोनी में डॉक्टर काअपहरण एक मजबूत प्लानिंग के बाद किया गया था। इसी साजिश के अंतर्गत महिला भी डॉक्टर के संपर्क में आई थी, जिसने डाक्टर के अपहरण में मुख्य भूमिका निभाई। महिला और एक बदमाश की गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा हुआ है। अपहरण में शामिल चार बदमाशों की तलाश की जा रही है।

पेशेंट बनकर पांच दिन की डॉक्टर की रैकी

पुलिस गिरफ्त में आए अपहरणकर्ता पवन ने पुलिस को बताया कि विद्यानर्सिग होम में जून के महीने में डॉक्टर उमाकांत गुप्ता से इलाज के लिए आए थे। इस दौरान पांच दिन तक पेशेंट और उसके साथ आए तीमारदारों ने डॉक्टर के परिवार के सदस्य के घर की लोकेशन पता कर ली थी। इसके बाद ही डॉक्टर के आने जाने के बारे में भी जानकारी हांसिल कर ली थी। इसके बाद ही डॉक्टर के अपहरण की योजना तैयार की गई। पकड़े गए बदमाश की पूछताछ इसका खुलासा हुआ।

गैंग के लालच में शामिल हुई महिला

बदन सिंह तौमर गैंग के संपर्क में आई महाराष्ट्र की रहने वाली महिला मंगलापट्टीदार उर्फ संध्या ने अंजली के नाम से डॉक्टर से संपर्क किया था। एडीजी जोन ने बताया कि कॉल डिटेल में डॉक्टर और महिला के बीच बात-चीत की जानकारी मिली थी, इससे पता चलता है कि अपहरण की वारदात से पहले ही महिला डॉक्टर के संपर्क में आ गई थी। जिसको फिरौती रकम में शेयर देने का लालच दिया था।

गैंग के फरार सदस्यों पर इनाम घोषित

एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने फरार बदन सिंह तोमर पर एक लाख रुपए और तीन अन्य साथियों पर पच्चीस-पच्चीस हजार का ईनाम घोषित किया गया है। इसके साथ गैंग की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया है। बदन सिंह तोमर गैंग के सदस्यों ने डॉक्टर को घर से फॉलो किया था। क्योंकि बदमाश डॉक्टर उमाकंात का घर और नर्सिग होम के बारे में पूरी जानकारी रखते थे।

Posted By: Inextlive