आगरा में जनसंपर्क में पूर्व मंत्री के बेटे पर हमला, समर्थक की गोली लगने से मौत
- सादाबाद में पूर्व मंत्री के पुत्र पर हमले के दौरान मारी गई थी गोली
- एक समर्थक की मौत, तनाव को देखते हुए क्षेत्र में किया फोर्स तैनात आगरा: सादाबाद में बुधवार को पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के बेटे पर हमले के दौरान गोली लगने से घायल बसपा समर्थक पुष्पेंद्र शर्मा ने इलाज के दौरान आगरा में दम तोड़ दिया। शव पोस्टमार्टम गृह लाया गया। वहां बसपाई एकत्रित हो गए, तो पोस्टमार्टम गृह छावनी में बदल दिया गया। बसपा प्रत्याशी रामवीर उपाध्याय और उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय पहुंच गए। देर शाम पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। मामले में रिपोर्ट दोनों पक्षों की तरफ से दर्ज की गई है। जनसंपर्क कर रहे थे समर्थकसादाबाद से बसपा प्रत्याशी पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के पुत्र चिराग बुधवार सुबह जनसंपर्क अभियान पर निकले थे। उनके साथ पुष्पेंद्र शर्मा पुत्र रामहरि (29) निवासी विनोबा नगर, सादाबाद समेत अन्य समर्थक भी थे। राम हरि ने बताया कि मानिकपुर गांव में विरोधी प्रत्याशी ने समर्थकों के साथ घेरकर चिराग पर फायरिंग की। पुष्पेंद्र ने बचाने का प्रयास किया, तो उसकी हत्या कर दी। पुष्पेंद्र को सिकंदरा, हाईवे स्थित निजी हॉस्पिटल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शव दोपहर करीब 3.30 बजे पोस्टमार्टम गृह पहुंचते ही रामवीर उपाध्याय, पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय समेत दर्जनों बसपा समर्थक जुट गए। तनाव तथा हंगामे की आशंका पर सीओ कोतवाली आरके द्विवेद्वी कई थानों के फोर्स के साथ पहुंच गए।
12 घंटे बाद ही पलटवार सपा प्रत्याशी देवेंद्र अग्रवाल के पुत्र रजत अग्रवाल पर मंगलवार रात गांव बगुली में भ्रमण के दौरान कुछ गाडि़यों में सवार लोगों ने घेरकर हमला बोला। फाय¨रग भी की। बाद में हमलावर दो गाडि़यां छोड़कर भाग गए। इन गाडि़यों पर बसपा प्रत्याशी रामवीर उपाध्याय के प्रोफार्म चस्पा हैं। घटना की रिपोर्ट देवेंद्र अग्रवाल के भाई राकेश अग्रवाल ने रामवीर उपाध्याय के भाई रामेश्वर उपाध्याय सहित आठ लोगों के खिलाफ इगलास कोतवाली में दर्ज कराई है। इधर, मात्र 12 घंटे बाद ही बुधवार दोपहर रामवीर उपाध्याय के पुत्र चिरागवीर उपाध्याय व समर्थकों पर सहपऊ क्षेत्र में प्रचार के दौरान घेरकर हमला बोला गया। सीने में मारी थी गोली पुष्पेंद्र के सीने में गोली मारी गई थी, जो नीचे हड्डी में जाकर फंस गई थी। पोस्टमार्टम से पहले एक्सरे में गोली का पता चलने के बाद भी डॉक्टर एक घंटे में उसे निकाल सके।